सतीश चांडक, सुकमा। एक और जहा प्रदेश को दक्षिण भारत से जोड़ने वाली एकमात्र एनएच 30 का निर्माण पिछले तीन हजार दिनों से चल रहा है लेकिन मात्र 23 km ही निर्माण कार्य हुआ है। और दूसरी ओर भाजपा पार्टी के लोग पांच हजार दिन का जश्न मना रहे हैं। अगर उन्हें जश्न मनाना है तो कोंटा सड़क मार्ग से जाकर वहां मनाए तब पता चलेगा कि कोंटावासी आना-जाना करते है। एनएच निर्माण में देरी और पोलावरम बांध को लेकर आगामी 22 अगस्त को दोरनापाल में विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उक्त बातें कोंटा विधायक कवासी लखमा ने कही।
शुक्रवार को जिला मुख्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कोंटा विधायक कवासी लखमा ने कहा कि 2007 में केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग 30 के लिए पैसा राज्य सरकार को दिया। और 2009 से इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ जो आज पर्यन्त तक मात्र 23km मिसमा तक ही पूर्ण हो पाया। जिला मुख्यालय में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है इसलिए यहां के लोग तेलगांना, आंध्रप्रदेश जाते है। और कोटा से सुकमा आने वालों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है।
चंद घंटों का सफर तय करने में काफी वक्त लग जाता है। बारिश के दिनों में तो सड़क की हालत और खराब हो जाती है। इसके अलावा भी दोरनापाल से जगरगुंडा के बीच बन रही सड़क शुरुआत में ही उखड़ रही है। ठीक इसी तरह इंजरम से गोरखा के सड़क भी जर्जर हो रही है।
साथ ही लखमा ने कहा कि पोलावरम बांध में जिले के कोंटा ब्लॉक के कही गांव डुबान में आएंगे। लेकिन सरकार इसकी कोई चिंता नही है। अभी तक सर्वे भी नही हुआ है। उन्होनो कहा कि इस बांध से दोरला जाति विलुप्त हो जाएगी।
इसके अलावा भी कही मुद्दे होंगे जिनको लेकर आगामी 22 अगस्त को जिले के दोरनापाल नगर पंचायत में विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। पुराना डिपो से कामापेदगुडम तक रैली निकाली जाएगी। साथ ही पोलमपल्ली रोड पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। वही राज्यपाल के नाम का ज्ञापन सौपा जाएगा। इस दौरान जिला अध्यक्ष करण देव, वेको हूँगा, शेख सज्जर मौजूद थे।