Elon Musk cut funding to India: पीएम मोदी के यूएस दौरे के तीन दिन बाद ही डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने भारत को जोर का झटका दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका से भारत को मिलने वाली करोड़ों डॉलर की मदद पर रोक लगा दी है। अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) ने को भारत में “वोटर टर्नआउट” (Voter Turnout) को बढ़ाने के लिए जारी की जाने वाली 21 मिलियन डॉलर (1.82 अरब) की फंडिंग रद्द करने ऐलान किया है। डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी को टेस्ला के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) संभाल रहे हैं।

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बता दें कि अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार बजट कटौती पर सख्ती से काम कर रही है। इस कड़ी में अमेरिका ने भारत को मिलने वाली करोड़ों डॉलर की राशि पर रोक लगा दी है। एलन मस्क के सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) ने रविवार को घोषणा की कि अमेरिका ने भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए बनाए गए 21 मिलियन डॉलर के कार्यक्रम में कटौती करने का फैसला किया है। एलन मस्क ने बार-बार कहा है कि बजट में कटौती के बिना “अमेरिका दिवालिया हो जाएगा” और यह पहल प्रशासन द्वारा बजट में किए गए व्यापक बदलाव की योजना के अनुरूप दिखती है।

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उल्लेखनीय है कि यह घोषणा डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के कुछ ही दिनों बाद की गई है।इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं।

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DOGE का कहना है कि वोटर टर्नआउट फंडिंग का उद्देश्य भारत में मतदाता मतदान को प्रभावित करना था। अब डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क ने वोटर टर्नआउट (Voter Turnout) के लिए की जाने वाली 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग को रद्द कर दिया है। ये फंडिंग पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के तहत शुरू हुई थी। 

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क्यों रद्द हुई फंडिंग

भारत समेत कई देशों की फंडिंग रद्द करने पर DOGE ने कहा है कि ये फैसला अमेरिकी सरकार की कार्यकुशलता में सुधार लाने के लिए किया गया है और ये सुनिश्चित करने के कि अमेरिकी करदाताओं यानी टैक्सपेयर्स के पैसे को विदेशी राजनीतिक गतिविधियों पर खर्च नहीं किया जाए। DOGE ने कहा कि भारत को दी जाने वाली 21 मिलियन डॉलर का फंड “चुनाव और राजनीतिक प्रक्रिया सुदृढ़ीकरण के लिए संघ को आवंटित 486 मिलियन डॉलर के बड़े बजट का हिस्सा था। 

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एलन मस्क के फैसले से प्रभावित अन्य देश

  • 1- एशिया में शिक्षण परिणामों में सुधार के लिए 47 मिलियन डॉलर
  • 2- लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण केंद्र के लिए 40 मिलियन डॉलर
  • 3- प्राग सिविल सोसाइटी सेंटर को 32 मिलियन डॉलर
  • 4- माल्दोवा में समावेशी और भागीदारीपूर्ण राजनीतिक प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए 22 मिलियन डॉलर
  • 5- नेपाल में राजकोषीय संघवाद के लिए 20 मिलियन डॉलर
  • 6- नेपाल में जैव विविधता संरक्षण के लिए 19 मिलियन डॉलर
  • 7- माली में सामाजिक सामंजस्य के लिए 14 मिलियन डॉलर
  • 8- सर्बिया में सार्वजनिक खरीद में सुधार के लिए 14 मिलियन डॉलर
  • 9- मोजाम्बिक स्वैच्छिक चिकित्सा पुरुष खतना के लिए 10 मिलियन डॉलर
  • 10- यूसी बर्कले को उद्यम-संचालित कौशल वाले कम्बोडियाई युवाओं के एक समूह को विकसित करने के लिए 9.7 मिलियन डॉलर 
  • 11- दक्षिणी अफ्रीका में समावेशी लोकतंत्र के लिए 2.5 मिलियन डॉलर
  • 12- कंबोडिया में स्वतंत्र आवाज़ को मजबूत करने के लिए 2.3 मिलियन डॉलर
  • 13- कोसोवो, रोमा, अश्काली और मिस्र के हाशिए पर पड़े समुदायों के बीच सामाजिक-आर्थिक सामंजस्य बढ़ाने के लिए 2 मिलियन डॉलर
  • 14- लाइबेरिया में मतदाता विश्वास के लिए 1.5 मिलियन डॉलर

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Elon Musk के फैसले पर क्या बोली BJP 

भारत में वोटर टर्नआउट फंडिंग को रद्द करने के एलन मस्क के फैसले पर बीजेपी (BJP on Elon Musk cut funding to India) ने अपना रिएक्शन दिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमित मालवीय (Amit Malviya) ने इस फंडिंग को भारत की चुनावी प्रक्रिया में ‘बाहरी दखल’ करार दिया। X पर पोस्ट किए गए अपने बयान में अमित मालवीय ने कहा कि “मतदाताओं के लिए 21 मिलियन डॉलर? ये निश्चित रूप से भारत की चुनावी प्रक्रिया में बाहरी दखलअंदाजी है। इससे किसे फ़ायदा होगा? निश्चित रूप से सत्तारूढ़ पार्टी को तो नहीं!

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