योगेश पाराशर, मुरैना। चंबल नदी में 10 घड़ियाल छोड़ने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करह आश्रम पहुंचे। जहां वह सियपिय मिलन समारोह में शामिल हुए। सीएम ने इस दौरान पटिया वाले बाबा के मंदिर में मत्था टेककर पूजा अर्चना कर रामधुन भी गाया। इस दौरान उन्होंने ऐलान किया कि इस साल गेहूं उपज को 2600 रुपये क्विंटल खरीदने की घोषणा की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि गौशाला के लिए हर गौमाता के लिए 40 रुपए कर दिया गया है। 

सीएम ने करह धाम के गौशाला में गौमाता को खिलाया चारा

सीएम डॉ. मोहन यादव ने करह धाम स्थित गौशाला में गौमाता को चारा भी खिलाया। उन्होंने कहा, “पटिया वाले धाम पर जो आनंद आया है। ऐसा लगा कि जीते जी आंखों में स्वर्ग दिखाई दे रहा है। यहां आस्था का सैलाब उमड़ा हुआ है। यहां कुंभ की तरह जनता बड़ी भारी संख्या में आई है। आस्था और श्रद्धा के साथ जनता यहा आई है। करोड़ों देवी देवताओं का वास अगर कहीं है, तो वह गौमाता में है। यहां गौमाता की सेवा का अद्भुत धाम है। करह आश्रम पर साढ़े सात हजार गायों की देखरेख की जा रही है, मैं यहां के संत महाराज को प्रणाम करता हूं। सरकार से जो बन पड़ेगा वह सहयोग किया जाएगा। “

संत का सम्मान-पत्र और पुष्पमाला पहनाकर किया सम्मान

मुख्यमंत्री ने कराह धाम आश्रम में चल रहे श्री सियपिय मिलन समारोह में शामिल होकर संत शिरोमणि श्री हरिगिरी महाराज जी एवं श्री दीनबंधु दास महाराज को सम्मान-पत्र और पुष्पमाला पहनाकर सम्मान किया।

इस साल गेहूं खरीदी 2600 रुपए प्रति क्विंटल

सीएम ने कहा कि जो लोग गौ-पालन करेंगे, उन गौवंशों का दूध शासन खरीदेगी। गौमाता के बिना घर सूना होता है, हर घर में गौ पालन को बढावा देना चाहिए। जो भी व्यक्ति 10 से ज्यादा जो गौ पालन करेगा, उसे सरकार द्वारा अनुदान दिया जाएगा और गौवंशों से प्राप्त दुग्ध को सरकार खरीद कर गौपालकों को अतिरिक्त अनुदान देगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस वर्ष गेंहू उपज को 2600 रुपए क्विंटल खरीदने की घोषणा की जा रही है।

सीएम बोले- प्रभु लीला सामान्य मनुष्य की समझ के परे

मुख्यमंत्री ने कहा कि परमात्मा को जिस रूप में देखो उस रूप में दिखाई देते है, वे हमारी परीक्षा भी लेते हैं, प्रभु लीला सामान्य मनुष्य की समझ के परे है। पटिया वाले बाबा ने अपने तप, साधना, वैराग्यवृत्ति से जो आनंद बरसाया है, उसी का परिणाम श्रद्धालुओं में देखने को मिल रहा है।

किसानों की आय बढ़ाने के लिये सिंचाई के क्षेत्र बढ़ा रही सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिये सिंचाई के क्षेत्र को निरंतर बढ़ा रही है। वर्तमान में 48 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जा रही है। इसे बढ़ाकर 1 लाख हेक्टेयर करने का लक्ष्य तय किया गया है। देश की प्रथम दो नदी जोड़ो परियोजनाओं में शामिल पीकेसी (पार्वती, कालीसिंध, चंबल) परियोजना से मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी और आगे जाकर मालवा, गुना जिलों में सिंचाई के लिये भरपूर पानी उपलब्ध होगा।

इस महीने आएंगे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री  

उन्होंने कहा कि इस महीने के आखिरी तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री आ रहे हैं। उमसे चर्चा कर ताप्ती नदी को जोडकर वहां के किसानों को पानी उपलब्ध करवा कर उनकी जिंदगी बदलने का अभूतपूर्व कार्य होने वाला है। इन सभी परियोजनाओं के मंजूर होने से समूचे प्रदेश में सिंचाई के लिये भरपूर पानी उपलब्ध होगा। सरकार का प्रयास है कि कृषि के साथ अन्य संबद्ध विभागों के समन्वय से किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाए।

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