विजेंद्र सिंह राणा, सीहोर। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले की नर्मदा नदी में जोरों सोरों से अवैध उत्खनन चल रहा था, लेकिन खनिज विभाग के अधिकारी कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं थे। जब इस खबर को लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रमुखता से प्रकाशित किया तो अधिकारी की आंखों पर जो पट्टी थी वो हट गई। अब लगातार खनिज विभाग के अधिकारी रेत माफिया के खिलाफ एक्शन ले रहे हैं। जिससे रेत माफिया में हड़कंप मचा हुआ है। खनिज विभाग की कार्रवाई से नाराज होकर रेत माफिया सीहोर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। 

READ MORE: रेत माफिया मस्त और प्रशासन पस्त! जिम्मेदारों के नाक के नीचे चल रहा काला कारोबार, आंखों पर पट्टी बांधकर बैठे हैं अधिकारी, कहीं कोई मिलीभगत तो नहीं?

दरअसल रेत ठेकेदार मनमाने तरीके से रॉयल्टी का पूरा पैसा कैश में ले रहे हैं, जिससे सरकार को प्रतिदिन करोड़ों रुपए का चूना लग रहा है। 250 रुपए घन मीटर की रॉयल्टी ₹900 घन मीटर में दे रहे हैं। यही नहीं रॉयल्टी अन्य जिलों की दी जा रही है। खनिज विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है तो रेत माफियाओं के रातों की नींद उड़ गई है। 

READ MORE: एक साथ जलीं दो चिताएं: माता-पिता की मौत के बाद 5 बहनों पर टूटा दुखों का पहाड़, बड़ी बेटी ने मुखाग्नि दी तो हर आंख हुई नम 

रेत माफियाओं द्वारा जिला प्रशासन पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने अपने ही कर्मचारियों को मजदूर बनकर सीहोर कलेक्ट्रेट कार्यालय भेजा। अब देखना यह होगा कि प्रशासन यह कार्रवाई जारी रखेगा या इनके आगे अपने घुटने टेक देगा। इस पूरे मामले पर सीहोर कलेक्टर बालागुरु.के ने कहा कि कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, जो नियम में है वही काम होंगे। 

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H