विक्रम मिश्र, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 20 फरवरी को अपना बजट पेश करने जा रही है। ऐसे में प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री और वित्त विभाग के मुखिया सुरेश खन्ना ने लल्लूराम डॉटकॉम से हुई बातचीत में बताया कि ये बजट गरीबों के कल्याणकारी योजनाओं को और उन्नत बनाने के लिए समर्पित है। साथ ही लगभग 50 धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार और उनकी व्यवस्था को भी इसमें शामिल किया गया है। जिसमे की हर तबके और पंथ का ध्यान रखा गया है।

फिजूलखर्ची से बहुत दूर है हमारी सरकार

सरकारी धन का दुरुपयोग और उसका बेजा इस्तेमाल को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर रहता है। लेकिन सच्चाई ये है कि हमारी सरकार में वित्त प्रबंधन बहुत सोच समझकर किया जाता है। इसीलिए तो हर फिजूलखर्ची वाले कार्यक्रमों पर प्रभावी रोक लगा दी गई है। जबकि जनहित के कार्यो पर तेज़ी लाई जा रही है।

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उद्योग भी आएंगे और व्यापार भी बढ़ेगा

वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बातचीत में बताया कि उद्योग और व्यापार को उन्नत बनाने के लिए योगी सरकार काम कर रही है। जबकि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी इसका जीता जागता उदाहरण है। कि किस तरह से बाहरी उद्योगपति उत्तर प्रदेश में अपना उद्यम खोलने के लिए आगे आएं है। 1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था में योगदान के लिए उत्तर प्रदेश अपने कर्तव्यों को निभा रहा है।

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राम और कृष्ण की धरती में शासन नहीं सेवा

वित्त मंत्री सुरेश खन्ना में जन जन कल्याण की बात करते हुए कहा कि जो भी योजनाएं अन्य भाजपा शासित प्रदेशों में लागू है, वो यूपी में पहले से ही चल रही है। लाडली बहना योजना की जगह हमारे यहां कन्या सुमंगला योजना संचालित है। किसानों को करमुक्त ऋण दिया जा रहा है। नए उद्यमियों को मुख्यमंत्री व्यापार योजना के तहत करमुक्त और सब्सिडी पर ऋण मुहैया करवाया जा रहा है। ये राम कृष्ण और बुद्ध की धरती है, तो यहां पर शासन करने नही सेवा करने आए है।