रायपुर. LIC कर्मचारियों ने 20 फरवरी को देश भर में एक घंटे की बहिर्गमन हड़ताल कर अपनी मांगों को लेकर आक्रोश व्यक्त किया. इस हड़ताल का आह्वान आल इंडिया इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन (AIIEA) द्वारा किया गया था. कर्मचारियों ने तृतीय और चतुर्थ श्रेणी में नई भर्ती शुरू करने और ट्रेड यूनियन को मान्यता देने की मांग की.

रायपुर मंडल के 16 शाखा कार्यालयों में एलआईसी कर्मियों ने भोजनावकाश के एक घंटे पहले हड़ताल पर जाने के बाद कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन और सभाएँ आयोजित की. पंडरी स्थित मंडल कार्यालय में मुख्य हड़ताली सभा को संबोधित करते हुए सेंट्रल जोन इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन के महासचिव का. धर्मराज महापात्र ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार सार्वजनिक क्षेत्रों में स्थाई कर्मचारियों की भर्ती को बंद कर ठेकाकरण को बढ़ावा दे रही है. उनका कहना था कि यह प्रक्रिया बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है.

उन्होंने बताया कि एलआईसी में बढ़ते कार्यभार और कर्मचारियों की कमी के कारण पिछले सात वर्षों में 12,000 कर्मचारियों की संख्या घट चुकी है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर नई भर्ती नहीं की गई तो 2028 तक एलआईसी में सिर्फ 30,000 तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रह जाएंगे, जो इस बड़े संस्थान के संचालन के लिए अपर्याप्त होंगे.

महापात्र ने यह भी कहा कि एलआईसी प्रबंधन द्वारा ट्रेड यूनियन को मान्यता न देना औद्योगिक जनवाद को कमजोर करता है और यह कदम औद्योगिक लोकतंत्र के खिलाफ है. उन्होंने मांग की कि आल इंडिया इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन को तुरंत मान्यता दी जाए, जो देश भर के 85 प्रतिशत से अधिक बीमा कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करता है.

सभा को रायपुर डिवीजन इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन के महासचिव का. सुरेंद्र शर्मा, सहसचिव का. गजेंद्र पटेल और अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया. उन्होंने प्रस्तावित बीमा संशोधन विधेयक को निजी बीमा कंपनियों के पक्ष में उठाया गया कदम करार दिया और कहा कि इस विधेयक के पारित होने पर देश भर के बीमाकर्मी एक दिन की हड़ताल करेंगे.

वक्ताओं ने एलआईसी में चतुर्थ श्रेणी के पदों की आउट सोर्सिंग पर कड़ा विरोध व्यक्त किया और कहा कि इसे तुरंत बंद किया जाए. उन्होंने कहा कि अगर प्रबंधन ने उचित कदम नहीं उठाए, तो मार्च में फिर से एक घंटे की हड़ताल की जाएगी.

सभा की अध्यक्षता और संचालन आरडीआईईयू के अध्यक्ष का. राजेश पराते ने किया. सभा के दौरान जोरदार नारेबाजी के साथ हड़ताल की कार्यवाही समाप्त हुई.