Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र 2025 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर दिए गए बयान पर भारी हंगामा हुआ। विपक्ष ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए माफी की मांग की।

सत्ता पक्ष नहीं चलने देना चाहता सदन

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मंत्री गहलोत की टिप्पणी पर नाराजगी जताते हुए कहा, अगर हम इंदिरा गांधी को अपनी दादी कहते हैं, तो सत्ता पक्ष को क्या दिक्कत है? जो देश के लिए शहीद हुईं, उनके बारे में अनर्गल बातें करना गलत है। सत्ता पक्ष को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री सवालों के जवाब नहीं दे पा रहे हैं, इसलिए सदन को बाधित करने की कोशिश की जा रही है।

स्पीकर भारी दबाव में काम कर रहे हैं

राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने दावा किया कि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी सत्ता पक्ष के दबाव में काम कर रहे हैं। हमने इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी को कार्यवाही से हटाने की मांग की थी, लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया गया। सत्ता पक्ष खुद सदन को बाधित कर रहा है, क्योंकि उनके मंत्री जवाब देने में असमर्थ हैं।

अगर हम पीएम मोदी पर टिप्पणी करें, तो क्या बर्दाश्त होगा?

डोटासरा ने कहा कि अगर सत्ता पक्ष को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर टिप्पणी करने का अधिकार है, तो फिर कांग्रेस भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करेगी।

लखपति दीदी योजना पर सवाल, जवाब नहीं मिला

कांग्रेस विधायक रफीक खान ने लखपति दीदी योजना पर सवाल उठाया, लेकिन मंत्री ओटाराम देवासी स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए। उन्होंने कहा कि तीन मंत्री मिलकर भी संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके।

सत्ता पक्ष का पलटवार, स्पीकर के साथ दुर्व्यवहार हुआ

विधानसभा में सत्ता पक्ष के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा, मंत्री ने पहले ही कहा था कि अगर कोई असंसदीय शब्द है तो उसे कार्यवाही से हटा दिया जाए, लेकिन इसके बावजूद विपक्ष का हंगामा जारी रहा। सदन में विपक्ष के कुछ सदस्य स्पीकर के पास तक पहुंच गए और उनके साथ दुर्व्यवहार किया, यह निंदनीय है।

उन्होंने कहा कि विपक्ष के इस व्यवहार के खिलाफ प्रस्ताव लाने पर विचार किया जा रहा है। कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया कि अगर मंत्री अविनाश गहलोत अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगते, तो आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा।

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