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अनूप मिश्रा, बहराइच. सरकारी दफ्तरों में फैले भ्रष्टाचार पर शिकंजा कसते हुए विजिलेंस टीम ने सिंचाई विभाग में बड़ी कार्रवाई की. टीम ने कनिष्ठ सहायक गणेश शुक्ला को 27,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया है. मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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बता दें कि सिंचाई विभाग में रिश्वतखोरी की शिकायतें लंबे समय से मिल रही थीं. अधिशाषी अभियंता, नलकूप खंड ने विजिलेंस टीम को गुप्त सूचना दी थी, जिसके बाद टीम ने पूरी योजना बनाकर यह कार्रवाई की. जैसे ही गणेश शुक्ला ने रिश्वत की रकम स्वीकार की, टीम ने उसे मौके पर धर दबोचा. गिरफ्तारी के बाद सिंचाई विभाग में हड़कंप मच गया.
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सूत्रों के अनुसार, शुक्ला अकेले नहीं था. इस मामले में कई बड़े अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं. विजिलेंस टीम अब पूरे भ्रष्टाचार नेटवर्क की जांच में जुट गई है. अन्य अधिकारियों की भूमिका भी खंगाली जा रही है, जिससे कई और खुलासे हो सकते हैं. विजिलेंस टीम ने गणेश शुक्ला को सीधे जेल भेज दिया. अब उसकी अचल संपत्तियों और बैंक खातों की जांच की जा रही है. यदि भ्रष्टाचार के और प्रमाण मिले तो विभाग के अन्य अधिकारियों पर भी कार्रवाई तय मानी जा रही है. बहराइच में विजिलेंस की इस कड़ी कार्रवाई से रिश्वतखोरों में हड़कंप मचा हुआ है. प्रशासन का साफ संदेश है अब सरकारी दफ्तरों में घूसखोरी नहीं चलेगी.
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