मनेंद्र पटेल, दुर्ग। छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान दुर्ग जिले के महुदा गांव में वोटों की गिनती के दौरान देर रात तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई. चुनाव प्रक्रिया के दौरान हुए विवाद के बाद पुलिस द्वारा लाठीचार्ज कर हालात पर काबू पाया गया. वहीं लाठीचार्ज के विरोध में ग्रामीणों ने आज पाटन एसडीएम कार्यालय का घेराव किया.

जानकारी के अनुसार, महुदा गांव में मतदान के पश्चात सभी एजेंट और मतदान दल के कर्मचारी मतगणना की तैयारी कर रहे थे. इसी दौरान एजेंट के अलावा किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं थी. लेकिन एजेंट के अलावा महुदा के सरपंच मनोज साहू का छोटा भाई राजू साहू मतदान केंद्र के अंदर घुस गया. जिसे लेकर गांव वालों ने हंगामा किया और गांव वालों ने सरपंच मनोज साहू के भाई राजू साहू को बाहर निकालने की मांग की, लेकिन वह बाहर नहीं आया. तब तक ग्रामीण बाहर हंगामा करते रहे और इस दौरान यह सूचना जब अमलेश्वर पुलिस को पहुंची तो अमलेश्वर थाना से 20 से अधिक पुलिस जवान महुदा पहुंचे. जहां भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. वहीं ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए पुलिस जवानों पर भी पत्थर बरसाए. इस घटना के बाद पुलिस ने राजू साहू को बाहर निकाला. जिसके बाद पुलिस ने हालात पर काबू पाया.

वहीं पुलिस की कार्रवाई के विरोध में आज बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर नाराजगी जाहिर की और मामले में कार्रवाई की मांग की है.

दरअसल, महुदा के पूर्व सरपंच मनोज साहू की भाभी उषा रवि साहू जनपद सदस्य के लिए चुनाव मैदान में थी. वहीं निर्दलीय प्रत्याशी दामिनी राकेश साहू भी मैदान में थी. मतगणना के पश्चात दामिनी राकेश साहू ने 271 वोटो से जीत हासिल की है.