ओडिशा सतर्कता विभाग ने नुआपड़ा जिले के सीनापाली ब्लॉक के घुचागुड़ा ग्राम पंचायत के पंचायत कार्यकारी अधिकारी (PEO) सत्यब्रत बराल और उनके भाई उत्तम बराल को सरकारी फंड के गबन के आरोप में गिरफ्तार किया है. दोनों पर 7,20,981 रुपये की हेराफेरी करने का आरोप है.

जांच के दौरान पता चला कि इस गबन में कुरेश्वर ग्राम पंचायत की सरपंच बिजयलक्ष्मी बराल और पंचायत कार्यकारी अधिकारी बरुण दास भी शामिल थे. आरोपियों ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान सीएफसी (CFC) और एसएफसी (SFC) फंड का दुरुपयोग किया. यह फंड हाई मास्ट लाइट लगाने, स्ट्रीट लाइट की मरम्मत, और पार्क में जिम उपकरण की आपूर्ति के लिए आवंटित किया गया था, लेकिन कोई भी कार्य नहीं किया गया.
कैसे हुआ फंड का गबन?
जांच में सामने आया कि 7,20,981 रुपये की पूरी राशि का गबन किया गया. इसमें से 4.2 लाख रुपये सत्यब्रत बराल और उनके भाई उत्तम बराल (जो सरपंच के बेटे हैं) के बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए, जबकि 3,00,981 रुपये पीईओ बरुण दास के खाते में जमा किए गए.
इस घोटाले को लेकर कोरापुट सतर्कता थाना में केस नंबर 4, दिनांक 21.02.2025 के तहत भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 2018 की धारा 13(2) r/w 13(1)(a), 316(5), 61BNS के तहत मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल, इस मामले की जांच जारी है और अन्य संभावित आरोपियों पर भी कार्रवाई हो सकती है.