
शशांक द्विवेदी, खजुराहो। मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग के सहयोग से आयोजित 51वां खजुराहो नृत्य समारोह का तीसरा दिन संस्कृति के रंगों से भरा रहा। आज की शाम कुचिपुड़ी, कथक, मोहिनीअट्टम और कथकली नृत्य के नाम रही। नृत्य महोत्सव के मुक्ताकाशी मंच पर देश-विदेश के साधनारत कलाकारों ने शिव की परम्परा को साकार किया।
READ MORE शादी में हर्ष फायरिंग का मामला: पुलिस ने 4 युवकों को दबोचा, आरोपियों से 2 हथियार भी जब्त
51 वें नृत्य समारोह परिसर में कहीं संस्कृति के रंग बिखरे हुए हैं, तो कहीं सजीव चित्रांकन तो कहीं पारंपरिक शिल्प से स्टॉल सजे हुए हैं। जहां कलाकार और कला प्रेमियों का भारतीय कलाओं के प्रति अनंत आस्था और समर्पण देखते ही बना। खजुराहो नृत्य समारोह की समृद्धि और प्रसिद्धि का अंदाजा मंच के सामने बैठे दर्शकों की संख्या को देखकर ही लगाया जा सकता था।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें