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तनवीर खान, मैहर। समर्थन मूल्य पर हाल ही में पूरी हुई धान खरीदी में हेरफेर के मामले सामने आने लगे। उपार्जन सत्र 2024-25 में मैहर जिले में हुई खरीदी में करीब चार हजार दो सौ तीन क्विंटल धान गायब हो गई। यह गड़बड़ी सेवा सहकारी समिति जरौहा द्वारा मनकीसर खरीदी केंद्र में की गई। फिलहाल इस मामले की जांच के लिए नागरिक आपूर्ति निगम की टीम समिति पर पहुंची। जहां पर करीब चार हजार दो सौ तीन क्विंटल धान का शार्टेज पाया गया। फिलहाल अब देखना यह होगा कि शार्टेज मिलने के बाद इस मामले में अधिकारी किस प्रकार की कार्रवाई करते हैं?
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मैहर जिले में बनाए गए करीब 28 खरीदी केन्द्रों में लाखों क्विंटल से अधिक धान का उपार्जन किया गया। मनकीसर स्थित खरीदी केंद्र में लगभग 45168.80 क्विंटल धान खरीदी की गई। जिसमें से 35865.20 क्विंटल धान का परिवहन किया गया। वहीं खरीदी केंद्र मनकीसर क्रमांक 2 में 9303.7 क्विंटल धान की शॉर्टेज होने की जानकारी समाने आई। जिसके बाद नान के अधिकारियों ने जांच कराया। जांच करने पहुंचे सेवा सहकारी समिति मर्यादित बैंक रामनगर के शाखा प्रबंधक सुरेश साकेत के द्वारा जांच की गई तो मौके पर पांच हजार एक सौ क्वींटल धान पाई गई। जबकि 4 हजार दो सौ तीन क्विंटल धान गायब थी। इस धान की कुल कीमत 1 करोड़ बताई जा रही है।
3 सदस्यीय टीम ने की जांच
मैहर जिले में हुई धांधली की जांच करने के लिए सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक सुरेश साकेत के साथ दो अन्य कर्मचारी जांच करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सेवा सहकारी समिति से जुड़े कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए। हालांकि समिति प्रबंधक मौके पर नहीं मिले। खबर है कि उन्हें हृदय से संबंधित कोई बीमारी है, जिसके चलते वे इलाज के लिए बाहर गए हुए हैं। वहीं ऑपरेटर भी उपलब्ध नहीं हुआ। बताया जाता है कि रिकार्ड में ऑपरेटर कोई और था और खरीदी कार्य के दौरान किसी और ने काम किया।
अफसरों के पहुंचते ही कहां से आई पांच हजार क्विंटल धान
सेवा सहकारी समिति जरौहा के मनकीसर खरीदी केन्द्र में जब अधिकारी जांच करने के लिए पहुंचे, तब वहां पर करीब पांच हजार एक सौ क्विंटल धान भंडारित पाया गया। जिसे ट्रकों में लोड कराकर समिति से संबंधित भंडार गृह भेजा गया। लेकिन जिस केन्द्र में नौ हजार क्विंटल का शार्टेज था वहां पर अचानक पांच हजार क्विंटल धान कहां से पहुंची? इस सवाल का जवाब नहीं मिल पा रहा। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि उन्हें शासन को हुए नुकसान की भरपाई से ही मतलब है। मैहर कलेक्टर रानी बाटड़ ने बताया कि नागरिक आपूर्ति निगम ने जानकारी दी है की 4 हजार 2 सौ तीन क्विंटल धान का शार्टेज मिला है जिसकी जांच कराई जा रही है। प्रतिवेदन आने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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