रविंद्र कुमार भारद्वाज, रायबरेली. सलोन कोतवाली क्षेत्र के राजा का पुरवा मजरे समसपुर खालसा गांव में एक दिल दहला देने मामला सामने आया है. जहां 10 साल के बच्चे सुधीर का अपहरण किया गया. इसके बाद उसकी नृशंस हत्या कर दी गई. मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो अभियुक्तों तांत्रिक गुड्डू बाबा और बच्चे के रिश्तेदार दिलबाग गौतम को गिरफ्तार कर लिया है. इस वारदात को तंत्र-मंत्र और धन के लालच में अंजाम दिया गया.

घटना बीते 18 फरवरी की है, जब सुधीर अपने घर के सामने खेलते हुए अचानक गायब हो गया. काफी तलाश के बाद भी जब उसका पता नहीं चला, तो परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. अगले दिन 19 फरवरी को सुधीर का शव समसपुर पक्षी विहार के तालाब में मिला. शव पर चोट के कई निशान देख क्षेत्र में सनसनी फैल गई. परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की. सर्विलांस की मदद से संदिग्ध दिलबाग गौतम, जो रिश्ते में बच्चे का मामा है उससे पूछताछ की गई.

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तांत्रिक के चक्कर में कर दिया कांड

पूछताछ में दिलबाग ने चौंकाने वाला खुलासा किया. उसने बताया कि उसकी मां की तबीयत खराब रहती थी, जिसके इलाज के लिए उसने तांत्रिक गुड्डू बाबा से संपर्क किया. गुड्डू बाबा ने दावा किया कि एक नाबालिग इकलौते बच्चे की बलि से उसकी मां ठीक हो जाएगी. साथ ही जमीन में गड़ा धन भी मिलेगा. लालच में दिलबाग 18 फरवरी को राकेश के गांव राजा का पुरवा पहुंचा. वहां सुधीर अकेले मिला, जिसे उसने 10 रुपये देकर बहलाया और गुड्डू बाबा को सौंप दिया. फिर तांत्रिक ने कहा कि बलि गांव के आसपास ही फलदायी होगी. इसके बाद दिलबाग परिजनों को गुमराह करने के लिए बच्चे की तलाश में शामिल हो गया.

चिमटे से किया ताबड़तोड़ वार

योजना के मुताबिक, रात में दिलबाग फिर तांत्रिक के पास पहुंचा. दोनों सुधीर को मोटरसाइकिल पर बीच में बैठाकर झील के किनारे ले गए. वहां बच्चे को जमीन पर लिटाकर गुड्डू बाबा ने लोहे के चिमटे से उसके शरीर पर कई वार किए, जिससे उसकी मौत हो गई. इसके बाद शव को झील में फेंक दिया गया. पुलिस ने दिलबाग और गुड्डू को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया चिमटा और मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है. दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है.