लखनऊ. हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में नकल करते हुए पकड़े जाने वालों छात्रों के खिलाफ यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने सभी DIOS को केस न दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. परीक्षा में सख्ती बरकरार रहेगी, लेकिन छात्रों पर कानूनी कार्रवाई नहीं होगी. हालांकि, नकल को रोकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाएगी. सीसीटीवी निगरानी और सुरक्षा के लिए सशस्त्र बलों की तैनाती की जाएगी.

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यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 24 फरवरी से 12 मार्च 2025 तक आयोजित होंगी. इस वर्ष कुल 8140 परीक्षा केंद्रों पर 54,37,233 छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे. परीक्षा केंद्रों में 576 राजकीय, 3446 सहायता प्राप्त और 4118 स्ववित्तपोषित विद्यालय शामिल हैं.

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17 जिलों में विशेष सतर्कता

प्रदेश के 17 जिले आगरा, मथुरा, बागपत, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आजमगढ़, बलिया, मऊ, प्रयागराज, कौशांबी, चंदौली, जौनपुर, गाज़ीपुर, देवरिया और गोंडा को अति संवेदनशील घोषित किया गया है. इन जिलों में विशेष सतर्कता बरतने के लिए एसटीएफ और एलआईयू की निगरानी बढ़ाई गई है. मुख्य सचिव ने नकल माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया और कहा कि परीक्षा कार्य में बाधा डालने वालों के खिलाफ संज्ञेय अपराध के तहत केस दर्ज किया जाएगा. सभी स्ट्रांग रूम की 24×7 सीसीटीवी निगरानी होगी और सुरक्षा के लिए सशस्त्र बलों की तैनाती की जाएगी.