अप्रैल से दिल्ली में बसों की कमी हो सकती है क्योंकि परिवहन विभाग और प्राइवेट बसों का संचालन करने वाली फर्म डिम्ट्स (दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टीमॉडल ट्रांजिट सिस्टम लि.) के बीच हुआ अनुबंध 15 अप्रैल को खत्म हो जाएगा. इन चार क्लस्टरों के सात डिपो से रोजाना 997 बसें चलती हैं, और अनुबंध खत्म होने पर यह फर्म इन बसों का संचालन बंद कर देगी.

ऑनलाइन गेमिंग को लेकर केंद्र सरकार सख्त, पूरे देश में एक कानून लाने की तैयारी

जब इतनी बड़ी संख्या में बसों का संचालन बंद हो जाएगा, तो दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पटरी से उतर सकती है और यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. दिल्ली में प्राइवेट ऑपरेटरों की बसों का संचालन डिम्ट्स के माध्यम से होता है, जो कुल 21 डिपो को संभालता है. जिन 4 क्लस्टरों (संख्या-6, 7, 8, 9) का अनुबंध पिछले साल जून में समाप्त हो गया था, परिवहन विभाग ने उनकी अवधि 15 अप्रैल तक बढ़ा दी थी, ताकि कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन और नई व्यवस्था का इंतजार किया जा सके. अब डिम्ट्स ने डेढ़ महीने बाद समाप्त होने की तैयारी शुरू कर दी है.

दस्तावेज जमा करने होंगे

डिम्ट्स ने कर्मचारियों को कहा है कि वे अपने बकाया के निपटारे के लिए कार्यालय में दस्तावेज जमा कर दें. इन क्लस्टर में लगभग 200 कर्मचारी काम करते हैं, और दस्तावेज जमा करने के बाद ही उनको बकाया मिलेगा.

BJP विधायक मोहन सिंह बिष्ट होंगे डिप्टी स्पीकर, दिल्ली विधानसभा में CM रेखा गुप्ता करेंगी नाम का प्रस्ताव

चुनावी माहौल में अनुबंध को विस्तार मिला था

दिल्ली परिवहन विभाग ने पिछले साल डिम्ट्स के साथ हुए अनुबंध की अवधि बढ़ाकर इसे विस्तार दे दिया था, जब चुनाव आने लगे थे और सरकार बसों की किल्लत या कर्मचारियों के विरोध से बचना चाहती थी. लेकिन अब दिल्ली की सरकार बदल गई है. ऐसे में अनुबंध को फिर से विस्तार मिलने की उम्मीद कम है क्योंकि नई सरकार क्लस्टर बसों को नए सिरे से चलाने के लिए नई फर्म चुन सकती है.

ये 7 डिपो शामिल

राजघाट-3, सीमापुरी, दिलशाद गार्डन, BBM-2, ओखला, ढिचाऊं और कैर डिपो में 997 बसों का संचालन बंद होने से इन डिपो के आसपास यात्रियों को परेशानी हो सकती है.