Pune Bus Rape Case: पुणे के स्वर्गेट बस स्टैंड डिपो (Swargate ST Depo) में महिला के साथ रेप के मामले ने दिल्ली की निर्भया रेप कांड की यादें ताजा कर दी है। दिल्ली में भी निर्भया के साथ बस में रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। पुणे बस रेप केस में 26 वर्षीय महिला के साथ रेप का आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे वारदात के 48 घंटे बीतने का बाद भी पुलिस गिरफ्त से दूर है। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए उसकी फोटो जारी करने के साथ ही एक लाख रुपये का इनाम रखा है। इसी बीच इस पूरे मामले में चौंकानेवाला और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। स्वर्गेट बस स्टैंड के डिपो में खड़े बसों से कई आपत्तिजनक सामान मिले हैं। इन सामानों में अंडरगारमेंट, कंडोम के पैकेट, चादरें, कालीन, साड़ियां और अन्य सामान मिले हैं। ऐेसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि यहां आए दिन इस तरह की वारदातें होती हैं और इसमें सुरक्षा गार्ड भी शामिल हैं।
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राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, पुणे के प्रभारी मंत्री डिप्टी सीएम अजित पवार और परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने इस मामले में स्वारगेट बस डिपो की सुरक्षा को संभालने वाले 23 गार्ड को निलंबित कर दिया है, लेकिन इस सब के बीच शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता वसंत मोरे ने MSRTC की डिपों में खड़ी कबाड़ हो चुकी बसों में कंडोम के पैकेट और पुराने कपड़े मिलने का दावा किया है।
शिवसेना ठाकरे गुट के नेता वसंत मोरे ने कहा कि उन्होंने खुद जाकर इन चीजों को देखा है। इसी के साथ उन्होंने पूरे सिस्टम पर सवाल उठाया। कहा कि यह पूरा परिसर सुरक्षा गार्डों की निगरानी में है. जहां यह घटना हुई, वह सुरक्षा केबिन के सामने है। उन्होंने खुद बस स्टैंड के अंदर जाकर देखा है कि चार बसों में चादरें, कालीन, साड़ियां और कंडोम बड़ी मात्रा में पड़े हैं। उन्होंने कहा कि इस बस स्टैंड के अंदर इस तरह की घटनाएं आए दिन होती थीं।
मोरे ने यह खुलासा ऐसे वक्त पर किया है जब स्वारगेट बस डिपो की सुरक्षा और पुलिस की सर्तकता को लेकर पहले से सरकार घिरी हुई है, क्योंकि स्वारगेट बस डिपो से कुछ दूरी पर पुलिस स्टेशन है। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या डिपों क्या शराबियों का अड्डा था। पुरानी बसों को गलत काम के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। मीडिया में कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें पुरानी बसों के अंदर महिलाओं के कपड़े, कंडोम और शराब की बोतलें हैं। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि डिपो में ही पुरानी बसों को क्यों खड़ा किया जा रहा था। परिवहन विभाग के स्टॉफ, पुलिस और सुरक्षा गार्डों के होने के बाद ऐसा क्यों चल रहा था?
उन्होंने इस तरह की वारदातों में यहां तैनात सुरक्षाकर्मियों की मिली भगत का भी आरोप लगाया. वसंत मोरे ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं. बता दें कि सोमवार की सुबह पीड़ित युवती फलटण जाने के लिए बस पकड़ने इस बस स्टैंड में आई थी. इस दौरान आरोपी उसके पास आया और बताया कि यहां से फलटण के लिए बस नहीं जाती. लड़की ने कहा कि बस तो यहीं लगती है तो आरोपी ने उसे झांसा दिया और कहा कि चलो मैं आपको फलटण की बस में बैठता हूं।
हर दिन हो रहे हैं बलात्कार: मोरे
शिवसेना यूबीटी नेता वसंत मोरे ने पुणे रेप केस की घटना के बाद कहा है कि आप डिपो के पीछे खड़ी बसों को देखते हैं, तो आप देख सकते हैं कि यहां हर दिन बलात्कार हो रहे हैं। इन लोगों ने बसों को लॉज बना दिया है। इसका मतलब है कि इन सुरक्षा गार्डों की मौजूदगी में यहां हर दिन बलात्कार हो रहे हैं। यहां साड़ियां, कंडोम और कंडोम के पैकेट मिले हैं। डिपो प्रमुख को निलंबित किया जाना चाहिए। मोरे के आरोपों के बाद एसटी प्रशासन के पुणे डिवीजन कंट्रोलर प्रमोद नेहुल ने कहा कि स्वारगेट डिपो में भागीरथ ट्रांसपोर्ट की पांच कबाड़ बसें हैं। इन बसों को एसटी प्रशासन ने किराए पर लिया था। इन बसों को अब हटाया जा रहा है।
महिला को ‘दीदी’ कहकर बुलाया, फिर किया रेप
पुणे का स्वारगेट बस डिपो महाराष्ट्र स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (MSRTC) के सबसे बड़े बस डिपो में से एक है। पीड़ित महिला मेडिकल फील्ड में काम करती है। उसने बताया है कि वह मंगलवार (25 फरवरी) की सुबह करीब 5.45 पर फलटण, सतारा की बस का इंतजार कर रही थी। उस दौरान एक आदमी उसके पास आया और उसे ‘दीदी’ कह कर बुलाया। आदमी ने कहा कि सतारा की बसें दूसरे प्लेटफॉर्म पर आई है।
इसके बाद आरोपी उस महिला को स्टेशन के किसी और प्लेटफॉर्म पर खाली खड़ी ‘शिव शाही’ एसी बस में ले गया। बस में लाइटें बंद थीं और पूरी तरह से अंधेरा था, इसलिए महिला बस में चढ़ने से डर रही थी लेकिन आरोपी ने उसे बार-बार यह बताने की कोशिश की कि यही सही बस है। बस में ले जाने के बाद आरोपी ने महिला से हैवानियत की और फिर भाग गया। भागने से पहले उसने पीड़िता को धमकी दी कि किसी को इसके बारे में न बताए।
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आरोपी की तलाश में जुटी 13 टीमें
रामदास गाडे अब 48 घंटे से अधिक समय से फरार है। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की आठ टीमों सहित 13 विशेष टीमें गठित की हैं और तलाशी अभियान जारी है। आरोपी की तलाश में उसके भाई और परिचित सहयोगियों सहित परिवार के सदस्यों से बात की है। पुणे के डीसीपी (जोन II) स्मार्टाना पाटिल ने कहा कि गाडे को पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर टीमें भेजी गई हैं, उन्होंने कहा कि पहचान में देरी हुई क्योंकि उसने चेहरे पर मास्क पहना था।
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वारदात के दौरान बस अड्डे पर कई लोग थे मौजूद
पुलिस ने जानकारी दी है कि उन्होंने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और यह देखा कि महिला उस आरोपी के साथ बस की ओर जा रही है। जिस समय इस वारदात को अंजाम दिया गया, उस समय बस अड्डे पर बहुत सारी बसें और लोग मौजूद थे। पीड़ित महिला वारदात के तुरंत बाद पुलिस के पास नहीं आई, बल्कि दूसरी बस पकड़ कर अपने घर चली गई। सफर के बीच में उसने अपने किसी दोस्त को फोन कर पूरी बात बताई। इसके बाद, दोस्त की सलाह मानते हुए वह बस से उतरी और पुलिस स्टेशन पहुंची।
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