लखनऊ। वरिष्ठ IPS अधिकारी आशीष गुप्ता ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) के लिए आवेदन किया है। 1989 बैच के अधिकारी गुप्ता यूपी कैडर के प्रतिष्ठित अफसरों में से एक रहे हैं। उन्होंने तीन महीने का नोटिस दिया, जो सरकार की मंजूरी पर निर्भर करेगा। गुप्ता नेटग्रिड के सीईओ और सीआईडी यूपी के प्रमुख रह चुके हैं। वे वर्तमान में डीजी रूल्स एंड मैनुअल्स के पद पर तैनात थे। इस फैसले के पीछे की वजह अब तक साफ नहीं, लेकिन इसे प्रशासनिक हलकों में बड़ा घटनाक्रम माना जा रहा है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सेवाएं दी

आशीष गुप्ता की गिनती उन गिने चुने आईपीएस अधिकारियों में होती है। जिन्होंने देश के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सेवाएं दी है। 2000-2002 के दौरान आशीष गुप्ता यूएन के शांति मिशन के तहत भारतीय दल के कमांडर के रूप में पदस्थ थे। उन्होंने आईआईटी कानपुर से बीटेक और एमबीए की डिग्री ली और उसे बाद भारतीय पुलिस सेवा में आ गए। आशीष गुप्ता National Intelligence Grid के सीईओ रह चुके हैं। साथ ही बीएसएफ में ADG के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं।

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राकेश शंकर, राजेश कृष्ण को मिला VRS

आशीष गुप्ता पहले IPS अधिकारी नहीं है, जिन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की मांग की है। इससे पहले राकेश शंकर, राजेश कृष्ण और अमिताभ ठाकुर को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति दी जा चुकी है। अब देखना होगा कि आशीष गुप्ता का वीआरएस स्वीकृत होता है या नहीं। बताया जा रहा है कि जल्द ही उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में बड़े पैमाने में बदलाव हो सकता हैं। डीजी और एडीजी स्तर के अधिकारियों का ट्रांसफर किया जा सकता है। होली से पहले कुछ बदलाव होंगे और जिला स्तर के अधिकारी का ट्रांसफर त्यौहार के बाद किया जाएगा।