Share Market Crash Inside Story: फरवरी महीने के आखिरी कारोबारी दिन, यानी शुक्रवार 28 फरवरी, को शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई. निफ्टी और सेंसेक्स ने लाल निशान के साथ कारोबार की शुरुआत की. सेंसेक्स 1,000 अंक यानी 1.34% गिरकर 73,602 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 22,270 के स्तर पर आ गया.

बाजार में आई इस गिरावट से निवेशकों को भारी नुकसान हुआ. बीएसई की सभी कंपनियों का मार्केट कैपिटल 7.16 लाख करोड़ रुपये घटकर 385.94 लाख करोड़ रुपये रह गया. सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार पांचवें महीने गिरावट दर्ज की गई है.

GDP डेटा से पहले घबराहट

निवेशक GDP के महत्वपूर्ण आंकड़ों का इंतजार कर रहे थे और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ पर दिए गए ताजा बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. इस वजह से बैंकिंग और आईटी सेक्टर में दबाव देखा गया.

ट्रंप के टैरिफ रुख पर अनिश्चितता

गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि 4 मार्च से कनाडा और मैक्सिको से आयात होने वाले सामानों पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा. इसके अलावा, मेड इन चाइना उत्पादों पर 10% टैरिफ और यूरोपीय संघ से शिपमेंट पर 25% टैरिफ लगाने की बात कही गई. इस व्यापार नीति की अनिश्चितता ने बाजार में अस्थिरता को बढ़ा दिया.

लगातार गिरती GDP ग्रोथ और विदेशी निवेशकों की बिकवाली

GDP ग्रोथ में मंदी, आय में कमी, ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी, और विदेशी निवेशकों द्वारा लगातार बिकवाली के कारण बेंचमार्क इंडेक्स सितंबर के आखिर में अपने रिकॉर्ड हाई से 14% तक गिर चुका है.

निवेशक दिसंबर तिमाही के GDP डेटा पर बारीकी से नजर रख रहे हैं, जो आज बाजार बंद होने के बाद जारी किया जाएगा.

IT शेयरों पर दबाव और Nvidia की गिरावट

शुक्रवार को ज्यादातर एशियाई बाजारों में गिरावट रही. MSCI एशिया एक्स-जापान इंडेक्स में 1.21% की गिरावट आई, जो चिपमेकर Nvidia में तेज गिरावट के कारण हुआ. Nvidia की वित्तीय रिपोर्ट पर निवेशकों की नकारात्मक प्रतिक्रिया के कारण प्रौद्योगिकी शेयरों पर और दबाव आया, जिससे AI शेयरों में बिकवाली शुरू हो गई.

डॉलर इंडेक्स में उछाल

व्यापार युद्ध की बढ़ती चिंताओं के कारण निवेशकों की धारणा कमजोर हुई और अमेरिकी डॉलर प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले कई सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. डॉलर इंडेक्स बढ़कर 107.35 पर पहुंच गया, जो भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए नकारात्मक संकेत है.

Share Market Crash Inside Story: विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी

2025 में अब तक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FII) ने भारतीय बाजार से 1,13,721 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं, जबकि फरवरी में अब तक FII ने 47,349 करोड़ रुपये के शेयर निकाले हैं. हालांकि, DII (Domestic Institutional Investors) 52,544 करोड़ रुपये के खरीदार रहे.