स्पोर्ट्स डेस्क- आईपीएल का पिछले 11 सीजन से लगातार आयोजन हो रहा है, और सीजन-12 की शुरुआत 23 मार्च से होने जा रहा है, इस दौरान क्रिकेट की इस सबसे बड़ी लीग ने बुलंदियों को छुआ, तो ऐसा नहीं है कि इस पर आरोप नहीं लगे, आईपीएल 2013 के दौरान आईपीएल में भी फिक्सिंग का जिन्न उठा, और इस दौरान चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स दो फ्रेंचाईजी टीमों को दो साल के लिए बैन भी किया गया।
इस दौरान कई खिलाड़ियों से उनकी राय जानी गई, एम एस धोनी से भी जानने की कोशिश की गई, लेकिन कभी उन्होंने इस मामले को लेकर कोई जवाब नहीं दिया।
लेकिन अब जब आईपीएल के सीजन-12 की शुरुआत होने को है, तो आईपीएल 2013 के फिक्सिंग प्रकरण को लेकर एम एस धोनी ने खुलकर बात की है। एम एस धोनी ने रोर ऑफ द लॉयन डॉक्यूड्रामा में इस मामले पर खुलकर बोला है।
आईपीएल 2013 के मैच फिक्सिंग मामले को एम एस धोनी ने अपने जीवन का सबसे कठिन और निराशाजनक दौर बताया है, और सवाल भी किया है कि इसमें खिलाड़ियों का क्या कसूर था, धोनी ने कहा कि ये मेरे जीवन का सबसे कठिन दौर था, मैं इतना निराश कभी नहीं जितना उस दौर में था, इससे पहले वर्ल्ड कप 2007 में निराशा हुई थी, जब हम ग्रुप चरण में ही हार गए थे लेकिन उसमें हम खराब खेले थे जिसके चलते हमें हार मिली, लेकिन साल 2013 का मामला तो बिल्कुल भी अलग था, लोग मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग की बात करते हैं और देशभर में उस समय यही चर्चा हो रही थी।
खिलाड़ियों को पता था कि सजा तो मिलने जा रही है, लेकिन कितनी मिलेगी ये किसी को पता नहीं था, चेन्नई सुपरकिंग्स पर दो साल का बैन लगा, उस समय मिली जुली भावनाएं थी क्योंकि आप बहुत सी बातों को खुद पर ले लेते हैं, कप्तान के तौर पर यही सवाल था कि टीम की क्या गलती थी।
धोनी ने कहा टीम ने गलती की, लेकिन क्या खिलाड़ी इसमें शामिल थे, खिलाड़ियों की क्या गलती थी, कि उन्हें ये सब झेलना पड़ा, माही ने आगे कहा फिक्किसंग की जुड़ी बातों में मेरा नाम भी उछला, मीडिया और सोशल मीडिया में ऐसे दिखाया जाने लगा मानो टीम भी शामिल हो और इस प्रकरण में मैं भी शामिल हूं, क्या ये संभव है।
धोनी ने आगे कहा कि मैं इस मसले पर किसी से बात नहीं करना चाहता था लेकिन ये मुझे अंदर ही अंदर कुरेद रहा था, मैं नहीं चाह रहा था मैं नहीं चाहता कि किसी भी चीज का असर मेरे खेल पर पड़े, मेरे लिए क्रिकेट सबसे अहम है, मैच फिक्सिंग कत्ल से भी बड़ा गुनाह है। मैं आज जो कुछ भी हूं क्रिकेट की वजह से हूं, मेरे लिए सबसे बड़ा गुनाह कत्ल नहीं बल्कि मैच फिक्सिंग हैं।
गौरतलब है कि साल 2013 में आईपीएल में जो मैच फिक्सिंग का जिन्न उठा था उसने बड़ा ही बवाल मचाया था, जिसके बाद आईपीएल की दो फ्रेंचाईजी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स की टीम को दो साल के लिए बैन भी झेलना पड़ा था। जिसमें चेन्नई सुपरकिंग्स की कप्तान एम एस धोनी ही कर रहे थे। इस दौरान कई बार इस फ्रेंचाईजी टीम के कई खिलाड़ियों पर भी सवाल खड़े किए गए थे।