Share Market Invetment Tips: शेयर बाजार में बिकवाली इस कदर हावी है कि कई मशहूर शेयर 3 साल पहले के भाव पर ही उपलब्ध हैं, लेकिन फिलहाल कोई निवेशक उनमें निवेश करने के बारे में नहीं सोच रहा है. जिस तरह से निफ्टी 50 के मशहूर शेयर लगातार गिरावट दिखा रहे हैं, उसे देखते हुए निचले स्तरों पर भी खरीदने की योजना बनाना ‘गिरती छुरी’ पकड़ने जैसा है.

महज छह महीने में निफ्टी 50 के कई शेयर 30 फीसदी से ज्यादा गिर चुके हैं. इनमें टाटा मोटर्स, अडानी एंटरप्राइजेज, हीरो मोटोकॉर्प, ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन, एशियन पेंट्स जैसे नाम शामिल हैं. लेकिन यही वह समय है जब पोर्टफोलियो में कुछ अच्छे शेयरों को जगह देनी चाहिए, क्योंकि जब बाजार संभलेगा तो ये शेयर आगे रह सकते हैं.

लार्सन एंड टूब्रो एक ऐसा शेयर है जिस पर निवेशकों की नजर है. निफ्टी 50 के हैवीवेट शेयर लार्सन एंड टूब्रो में पिछले 12 हफ्तों से गिरावट जारी है. पिछले 6 महीनों में इसमें 14% की गिरावट आई है, जो पिछले पांच महीनों में निफ्टी इंडेक्स में आई गिरावट के बराबर है. जब बाजार संभलेगा तो यह शेयर तेजी दिखा सकता है.

शुक्रवार को लार्सन एंड टुब्रो के शेयर 1.40% की गिरावट के साथ 3,170.00 रुपये पर बंद हुए. इस कंपनी का मार्केट कैप 4.35 लाख करोड़ रुपये है. लॉन्ग टर्म निवेशक इस शेयर पर नजर बनाए हुए हैं और जैसे-जैसे स्थिति सुधरेगी, एलएंडटी उन शेयरों में शामिल होगा, जिनमें बड़ी खरीदारी देखने को मिलेगी.

एलएंडटी चार्ट एनालिसिस (Share Market Invetment Tips)

बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी की तरह एलएंडटी भी लगातार गिरावट के बाद चार्ट पर कमजोर है. शेयर फिलहाल अपने 52 हफ्ते के हाई लेवल 3,963.50 रुपये से 21% नीचे है. लगातार 12 हफ्तों की गिरावट के सिलसिले में एलएंडटी ने 3290 रुपये के अपने प्रमुख सपोर्ट लेवल को भी तोड़ दिया है.

यह साप्ताहिक चार्ट पर ट्रिपल बॉटम लेवल था, जो अब नीचे की ओर टूट गया है. इसका मतलब है कि शेयर कमजोर रह सकता है और अपने अगले सपोर्ट लेवल पर आ सकता है.

जिस तरह से चार्ट पर सपोर्ट लेवल टूट रहे हैं, उससे लगता है कि L&T में जल्द ही 3000 रुपये का अगला सपोर्ट लेवल देखने को मिल सकता है. इसके बाद ही कोई रिएक्शन देखने को मिल सकता है.

अगर डेली चार्ट पर नजर डालें तो रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स 34 पर है, जो बताता है कि शेयर ओवरसोल्ड जोन की ओर बढ़ रहा है. हालांकि, इसमें अभी और गिरावट की गुंजाइश है. एक बार जब कीमत 3000 रुपये के करीब आ जाएगी, तो RSI भी पूरी तरह से ओवरसोल्ड जोन का संकेत देगा, जहां से बाउंस बैक की कुछ संभावना हो सकती है.

यह शेयर तकनीकी चार्ट पर कमजोर है, लेकिन फंडामेंटल मजबूत बने हुए हैं. चार्ट पर कमजोरी की बड़ी वजह यह है कि यह शेयर FII की बिकवाली का भी शिकार हो गया है.

दिसंबर 2023 में FII के पास इस शेयर का 25.5% हिस्सा था, जो अब सिर्फ एक साल में घटकर 20.8% रह गया है. डीआईआई की हिस्सेदारी बढ़कर 42% हो गई है क्योंकि उन्होंने हर गिरावट पर एलएंडटी को खरीद लिया है. खुदरा निवेशकों के पास 37.20% हिस्सेदारी है.