देहरादून. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बेमौसम धान की खेती पर रोक हटा दी है. उन्होंने अन्नदाताओं से अपील की है कि वो धान की जगह मक्के की फसल लगाएं. सीएम धामी ने कहा कि बेमौसम धान की खेती से जलस्तर में तेजी से गिरावट दर्ज हो रही थी. इसके बाद ही सरकार ने बेमौसम धान की खेती पर रोक लगाई थीं, लेकिन इस बार किसानों के खेत खाली न रहे जाएं इसलिए रोक हटा ली गई है.

मुख्यमंत्री धानी ने आगे कहा कि किसानों को वैकल्पिक खेती की तरफ रुख करना चाहिए. इसके लिए सरकार भी सहयोग करेंगे. भविष्य के पर्यावरण संरक्षण अति आवश्यक है. इसलिए अर्थव्यवस्था के साथ साथ प्राकृतिक का भी ध्यान रखना हैं. इसके लिए इन दोनों के बीच संतुलन बहुत जरूरी है.

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बता दें कि अक्टूबर और नवंबर में धान की कटाई के समय ही प्रशासन ने किसानों के साथ मीटिंग कर बेमौसम धान की खेती पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर दी थी. साथ ही ये भी कहा था कि जिन किसानों के खेतों में ज्यादा नमी हैं वो अनुमति लेकर खेती कर सकते हैं. कई जगह पर बिना अनुमति के किसानों ने बे मौसम धान की खेती के लिए पौध तैयार कर रहे थे.

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इसकी जानकारी मिलने के बाद प्रशासन ने उन पौध को नष्ट कर दिया था. जिसके बाद इस मुद्दे को गदरपुर विधायक अरविंद पांडे ने बजट सत्र के दौरान विधानसभा में उठाया था. इसके बाद सरकार ने इस साल बेमौसम धान की खेती के लिए किसानों को छूट दे दी है.

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इधर, विधायक अरविंद पांडे ने हमारी सरकार किसानों की आय को दुगुना करने के लिए कई कदम उठाए रही है. इसलिए मैंने सदन में सरकार से अपील करते हुए कहा कि इस साल बेमौसम धान की बुआई पर रोक हटा दी जाए. ताकि जिन छोटे किसानों ने खेती के लिए जमीन ठेके पर ली हैं. उनको नुकसान से बचाया जा सके. मुझे खुशी है कि सरकार ने मेरी बात को गंभीरता से लेकर तत्काल किसानों के पक्ष में निर्णय लिया.