
चंकी बाजपेयी, इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर में दो पुलिसकर्मी को रिश्वत मांगना महंगा पड़ गया. जब मामला वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पास पहुंचा तो उन्होंने कार्रवाई करते हुए दोनों पुलिसकर्मियों का डिमोशन कर दिया. एक साल के जांच के बाद यह कार्रवाई की गई.
दरअसल, मल्हारगंज थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक राघवेंद्र सिंह भदोरिया और हेड कांस्टेबल अनिल चतुर्वेदी ने एक आरोपी को किसी कानूनी मामले में राहत देने के बदले में रिश्वत के रूप में बड़ी रकम की मांग की थी. यह मामला तब सामने आया जब आरोपी ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मामले को पुलिस अधिकारियों तक पहुंचाया.
इसे भी पढ़ें- बोर्ड परीक्षा में बड़ी लापरवाहीः पांचवीं की परीक्षा में राज्य शिक्षा केंद्र की जगह एनसीईआरटी का बांटा पेपर
जांच में पाया गया कि दोनों पुलिसकर्मियों ने मिलीभगत से आरोपी से धन की मांग की थी, ताकि उसे राहत दी जा सके. मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने जांच शुरू की. जो करीब एक साल तक चली. जांच के बाद पुलिस विभाग ने इन दोनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है.
इसे भी पढ़ें- सौरभ शर्मा की बढ़ती मुश्किलें: फर्जी शपथ पत्र मामले में परिवहन विभाग दर्ज करवा सकती है FIR
राघवेंद्र सिंह भदोरिया को सेवानिवृत्ति तक आरक्षक के पद पर नियुक्त कर दिया गया है. जबकि अनिल चतुर्वेदी को डिमोशन कर दिया गया और उन्हें हेड कांस्टेबल के पद से हटा कर आरक्षक बना दिया गया है इसके साथ ही उनके एक वेतन वृद्धि भी रोक दी गई है.

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें