
इमरान खान, खंडवा। जिला न्यायालय में अजब-गजब मामला सामने। तोता पक्षी की आजादी के लिए वनकर्मियों ने कोर्ट में पेश किया, जहां से अनुमति मिलने के बाद पिंजरे से खुले आसमान में छोड़ दिया गया। वन विभाग ने शनिवार को 27 तोता पक्षियों के साथ दो आरोपियों को पकड़ा था। इन तोतों को आज कोर्ट में पेश किया, जहां से इन्हें पिंजरे से आजाद करने की अनुमति दी। 27 तोता पक्षियों का स्वास्थ्य प्रशिक्षण करवाया और जिस स्थान से आरोपियों को पकड़ा था उसी स्थान पर ले जाया गया। वहां तोतों को पिंजरे से आजाद कर दिया गया।
खंडवा में वन विभाग ने शनिवार को पिंजरे में कैद तोतों को बेचते हुए दो आरोपियों को पकड़ा था। दोनों आरोपी रोज रिंग पेरापिट प्रजाति बेच रहे थे। वन विभाग के अनुसार यह वन्य प्राणी अधिनियम के तहत टाइप 2 कैटेगरी में प्रतिबंधित प्रजाति है। इन तोतों के गले में लाल कलर का छल्ला होता है जो इनकी खूबसूरती को बढ़ाता है। वन विभाग ने रविवार को ही दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जहां से जेल भेज दिया। लोक अभियोजन ने बताया कि वनकर्मियों ने तोतों को आजाद करने के लिए न्यायालय से आवेदन किया था जहां से इन्हें तोतों को आजाद करने की अनुमति दी गई। वनकर्मियों ने तोतों का स्वास्थ्य परीक्षण करवा कर खंडवा जिले के कालजाखेड़ी क्षेत्र से पिंजरे से आजाद कर दिया ।
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