चंद्रकांत देवांगन, दुर्ग। दुर्ग लोकसभा से पूर्व संसदीय सचिव विजय बघेल को भाजपा द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने से समर्थकों में खुशी की लहर है. बघेल को टिकट मिलने की  भिलाई स्थित उनके निवास में समर्थकों का बधाई देने के लिए तांता लगा हुआ है. हालांकि विजय बघेल घर में नहीं मिले तो कार्यकर्ताओं ने उनकी पत्नी रजनी बघेल को मिठाई खिला कर बधाई दी. इस अवसर पर उनकी पत्नी रजनी बघेल ने मीडिया से बातचीत मे अपनी खुशियों का इजहार करते हुए कहा कि लंबे समय से परिवार को इसका इंतजार था. उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी और पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह और पार्टी को बघेल पर विश्वास जताने के लिए धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि सब लोग मिलकर काम करेंगे और उन्हें दुर्ग सीट से जीताएंगे. उन्हें जनता का आशीर्वाद जरुर मिलेगा.

 

विजय बघेल

सीएम भूपेश और विजय है चाचा-भतीजा

आपको बता दें विजय बघेल छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के रिश्ते में भतीजे हैं. लेकिन कुछ साल पहले दोनों नेताओं के रिश्ते में खटास आ गई थी. जिसके बाद विजय बघेल भिलाई 3 नगर पालिका से अध्यक्ष पद के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में चुनाव लड़े और जीत हासिल की थी. बाद में वे एनसीपी में शामिल हो गए थे. एनसीपी ने 2003 के चुनाव में उन्हें पाटन से टिकट दी थी लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल ने उन्हें परास्त कर दिया था. इस हार के बाद विजय बघेल भाजपा में शामिल हो गए थे. पार्टी ने उन्हें साल 2008 में पाटन से विधानसभा टिकट दिया था. जिसमें वे अपने चाचा और कांग्रेस उम्मीदवार भूपेश बघेल को हराया था. तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने उन्हें संसदीय सचिव की जिम्मेदारी थी. हालांकि 2013 के चुनाव में उन्हें भूपेश बघेल ने शिकस्त दी थी. वहीं 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उनकी टिकट काट दी थी.

ऐसे पिघली चाचा-भतीजे के रिश्ते में जमी बर्फ

हालांकि दोनों के रिश्तों में जमी बर्फ की परत साल 2018 के चुनाव के बाद उस वक्त पिघली जब भूपेश बघेल सूबे के सीएम बने. सीएम बनने के बाद जब भूपेश पाटन पहुंचे तो विजय बघेल ने सार्वजनिक मंच पर उनका स्वागत किया. भतीजे को साथ देखकर सीएम बने चाचा का भी दिल पिघला और उन्होंने भतीजे विजय बघेल को गले से लगा लिया. दोनों के बीच खत्म हुई उस दूरी को देखकर परिवार के साथ वहां मौजूद ग्रामीणों ने भी खुशी जाहिर की थी.