आयकर विभाग ने काउंटी ग्रुप के दिल्ली-एनसीआर और कोलकाता में 30 स्थानों पर छापेमारी की. यह संभावना है कि यह जांच दो से तीन दिनों तक जारी रहेगी. सूत्रों के अनुसार, काउंटी ग्रुप पर आरोप है कि वह फ्लैट की कीमत का एक बड़ा हिस्सा नकद में लेता है, शेल कंपनियों के माध्यम से काले धन को सफेद करता है और जमीन नकद में खरीदता है.

आयकर विभाग की 30 से अधिक टीमों ने नोएडा के सेक्टर-135 में स्थित एक बिल्डर के कॉरपोरेट कार्यालय और परियोजनाओं पर, साथ ही दिल्ली और गुरुग्राम सहित अन्य स्थानों पर, सुबह आठ बजे से छापेमारी आरंभ की, जो देर रात तक चलती रही. इस कार्रवाई के दौरान बिल्डर समूह से संबंधित सभी व्यक्तियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए, और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए गए, जिनमें बैंक खातों, लैपटॉप की हार्ड डिस्क, संपत्ति के कागजात और लेन-देन से संबंधित दस्तावेज शामिल हैं.

दस्तावेजों में हेरफेर का आरोप: आयकर विभाग की छापेमारी टीमों में नोएडा और दिल्ली के अलावा अन्य शहरों के अधिकारी भी शामिल हैं. काउंटी ग्रुप की नोएडा में तीन परियोजनाएं हैं, जिनमें से प्रत्येक फ्लैट की कीमत 20 से 25 करोड़ रुपये के बीच है. आयकर के सूत्रों के अनुसार, काउंटी ग्रुप ने खरीद-फरोख्त के दस्तावेजों में हेरफेर किया है और फ्लैट की अधिकांश कीमत नकद में लेकर आयकर विभाग से जानकारी छिपाई है. अधिकारियों को संदेह है कि कई सौदों के दस्तावेज फर्जी हो सकते हैं और जिन व्यक्तियों के साथ करार दर्शाए गए हैं, उनमें से कई का अस्तित्व ही नहीं हो सकता.

अंसल समूह पर गाजियाबाद और दादरी में केस

गाजियाबाद और दादरी में अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है. गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक थाने में मंगलवार रात को जीडीए के अवर अभियंता ने कंपनी के निदेशकों प्रणव अंसल और विकास यादव, जनरल मैनेजर अमित शुक्ला सहित अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है. अंसल प्रॉपर्टीज पर टाउनशिप नीति का उल्लंघन, अवैध निर्माण, भूमि पर कब्जा और भूखंडों की बिक्री के आरोप लगाए गए हैं. इसके अलावा, बुलंदशहर-खुर्जा विकास प्राधिकरण ने दादरी में अंसल ग्रुप और उत्तम स्टील्स एंड एसोसिएट्स के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया है.