श्री श्री रविशंकर

कुंदन कुमार, पटना. आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर पांच दिवसीय बिहार दौरे पर हैं. जिसके तहत आज गुरुवार (6 मार्च) को पटना पहुंचे. सबसे पहले श्री श्री रविशंकर पटना के गांधी मैदान में सात मार्च को महासत्संग में हिस्सा लेंगे. उसके बाद पटना के अलावा गया औरंगाबाद भागलपुर में भी वह महा सत्संग करेंगे.

पटना एयरपोर्ट पर मीडिया कर्मियों से बातचीत में श्री श्री रविशंकर ने कहा कि, 12 साल बाद बिहार आया हूं. अपने प्रशंसक से मिलेंगे और अपना संदेश लोगों तक पहुंचाने का काम करूंगा.

सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के अवशेषों का होगा अनावरण

इस महासत्संग में गुरुदेव अपने अमृत वचनों से पटनावासियों को आध्यात्मिक प्रेरणा देने और अपनी उपस्थिति से दिव्य आध्यात्मिक अनुभूति कराएंगे. इस मौके पर गुरुदेव सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के अवशेषों का अनावरण होगा, जो तमिलनाडु के अग्निहोत्र ब्राह्मण सीताराम शास्त्री द्वारा पीढ़ियों से संरक्षित किये गए हैं. यह अवशेष बिहार की धरती पर पहली बार प्रदर्शित किए जाएगे, जिससे यहां के लोग धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ेंगे.

इस बात की जानकारी पटना के बीआइए सभागार में एक प्रेस-कॉन्फ्रेंस में दी गई थी. इसमें आर्ट ऑफ लिविंग के आयोजकों ने बताया कि, इस महासत्संग में न सिर्फ मधुर भजनों की सरिता बहेगी, बल्कि पटना वासियों को अप्रतिम आध्यात्मिक अनुभव भी प्राप्त होने वाला है.

1000 वर्षों से संरक्षित है सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के अवशेष

मूल सोमनाथ ज्योतिर्लिंगों के अवशेषों को तमिलनाडु के अग्निहोत्र ब्राह्मणों द्वारा 1000 वर्षों तक संरक्षित करके रखा गया था. ये ज्योतिर्लिंग अत्यंत अद्भुत हैं, जिनमें चुम्बकीय शक्ति विद्यमान है तथा इनमें प्राप्त तत्वों की जानकारी किसी तत्त्व से नहीं मेल खाती है. मतलब इनका स्रोत अज्ञात है. अब इन ज्योतिर्लिंगों की पुनर्स्थापना की जिम्मेवारी गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर ने ली है. पटना वासियों को इन अद्भुत, पवित्र ज्योतिर्लिंगों के दर्शन का सौभाग्य मिलने वाला है.

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