रायपुर. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज लल्लूराम डॉट काम ने एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसका थीम लाइन था ‘विकास की राह में आगे बढ़ती आज की नारी’। महिलाओं को समर्पित इस प्रोग्राम के लिए आमंत्रित अतिथियों के पैनल में प्रसिद्ध वास्तुविद् सीमा जिंदल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल तिवारी, प्रसिद्ध डाइटिशियन डॉ. जूली पांडे, राजभाषा आयोग की सचिव अभिलाषा बेहार, सीनियर गायनेकोलोजिस्ट डॉ. आशा जैन, सीनियर एडवोकेट स्मिता देशपांडे, और प्रसिद्ध योग प्रशिक्षक रत्ना विश्वास थी, जिन्होंने नारी शक्ति पर खुलकर अपनी बातें रखी।

इस अवसर पर वास्तुविद् टेरो कार्ड रीडर सीमा जिंदल ने नारी को सृजन का स्रोत बताया। उनका मनाना है कि आज भी बहुत सारी महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है, जिससे उनकी मानसिक सेहत खराब हो जाती है। इसका बच्चों की परवरिश पर भी प्रभाव पड़ता है। उन्होंने महिलाओं को अपनी राय देते हुए कहा कि खुद को बदलकर आसपास का वातावरण बदला जा सकता है।

अपनी सुरक्षा के लिए अभिव्यक्ति एप का करें इस्तेमाल : चंचल तिवारी

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल तिवारी ने महिलाओं को अपनी सुरक्षा को लेकर जागरूक रहने की राय दी। उन्होंने महिलाओं को सुरक्षा देने वाले नम्बर को शेयर किया और पुलिस विभाग की अभिव्यक्ति एप की जानकरी दी। प्रसिद्ध क्लिनिकल डाइटिशियन डॉ. जूली पांडे ने समाज की सभी महिलाओं को अपना ख्याल रखने की सलाह देते हुए कहा कि वे घर की आधार स्तंभ होती हैं। उन्हें अपने लिए समय निकालना ही होगा। राजभाषा आयोग की सचिव अभिलाषा बेहार ने सीडब्ल्यूसी चाइल्ड वेलफ़ेयर कमेटी की जन उपयोगी जानकरी दी। साथ ही महिलाओं के लिए आए सामाजिक परिवर्तन पर संतुष्ट जताई।

डॉ. आशा जैन ने सर्वाइकल कैंसर पर जताई चिंता

सीनियर गायनेकोलोजिस्ट डॉ. आशा जैन ने कहा, महिलाओं की मृत्यु दर का कम होना एक बड़ी सफलता है। महिलाओं को होने वाले सर्वाइकल कैंसर को लेकर उन्होंने अपनी चिंता जाहिर की। इसके आलावा उन्होंने कहा, एक नारी को मां बनकर अपने बच्चों के भीतर अच्छी बातें बचपन से ही डाल देनी चाहिए, चाहे इसके लिए उन्हें कुछ सख़्त ही क्यों ना बनना पड़े।
सीनियर एडवोकेट स्मिता देशपांडे का मानना था कि शिक्षा से महिलाओं को ज्ञान तो बहुत आया है, मगर अपने क़ानूनी अधिकारों के प्रति उनमें जागरूकता की आज भी कमी है।

महिलाएं कम से कम एक घंटा योग जरूर करें : रत्ना विश्वास

प्रसिद्ध योग प्रशिक्षिका रत्ना विश्वास ने सभी महिलाओं को हौसला देते हुए कहा कि योग किसी भी उम्र में आरम्भ किया जा सकता है। स्वस्थ रहने के लिए ख़ासतौर पर महिलाओं को कम से कम एक घंटा योग करना ही चाहिए। आधुनिक सुविधाओं ने शारीरिक श्रम को बहुत कम कर दिया है इसलिए भी योग जरूरी है। इस कार्यक्रम का सफल संचालन संस्था के प्रोग्रामिंग ज्योति सिंह ने किया. अलग-अलग क्षेत्रों में महिला शक्ति का प्रतिनिधित्व करने वाली इन नारी शक्तियों का सम्मान लल्लूराम डॉट के चेयरमैन नमित जैन ने किया. इस दौरान संस्था के एडिटोरियल डायरेक्टर मनोज सिंह बघेल, सलाहकार संपादक संदीप अखिल और संस्था के सेल्स हेड अमित शिंदे, धनश्री खरे उपस्थित रहे.