
प्रतीक चौहान. आरपीएफ कमांडेंट और एंबुलेंस के एक्सीडेंट का एक वीडियो वायरल हो रहा है. ये वीडियो नागपुर का बताया जा रहा है. वीडियो में नागपुर के आरपीएफ कमांडेंट खुद देर रात गाड़ी चलाते दिखाई दे रहे है. नागपुर रेल मंडल के सूत्रों का दावा है कि ये एक्सीडेंट करीब 1 हफ्ते पहले हुआ था, जानकारी के मुताबिक एक्सीडेंट नागपुर के एलआईसी स्क्वेयर के पास हुआ था. (RPF से जड़ी किसी भी खबर के लिए आप लल्लूराम डॉट कॉम से 93291-11133 नंबर पर संपर्क कर सकते है, आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी.)


वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कमांडेंट बिना वर्दी के देर रात गाड़ी चला रहे थे. जबकि दिन के वक्त आरपीएफ अधिकारियों को साथ में बॉडीगार्ड और ड्राइवर की जरूरत होती है. वहीं नियमों के मुताबिक ये गाड़ी किराये की है और आरपीएफ में अटैच है.
सूत्रों का दावा है कि हादसे के बाद नागपुर के सदर थाने में एंबुलेंस चालक और आरपीएफ कमांडेंट के बीच समझौता हुआ और कोई भी कानूनी कार्रवाई एक दूसरे के खिलाफ न करने की बात कही गई.
हालांकि आरपीएफ के उच्च अधिकारियों के लिए ये जांच का विषय है कि ये सड़क हादसा किन परिस्थितियों में हुआ और यदि आरपीएफ कमांडेंट की किसी प्रकार की गलती नहीं थी तो समझौते की जरूरत क्यों पड़ी? सवाल ये भी है क्या इस हादसे की जानकारी जोन के आईजी और डीआईजी स्तर के अधिकारियों को है ?
इस पूरे मामले में नागपुर रेल मंडल के आरपीएफ कमांडेंट का कहना है कि गाड़ी का एक्सीडेंट जरूर हुआ है, लेकिन ये उनकी गाड़ी नहीं थी कांट्रेक्ट में लगी गाड़ी थी और गाड़ी ड्राइवर चला रहा था.
ये पूछे जाने पर कि ड्राइवर रात करीब 1.30 बजे शासकीय गाड़ी जिसमें लाल-नीली बत्ती लगी हुई है वो लेकर कहा से आ रहा था. तो कमांडेंट का कहना था कि रात में कही डिरेलमेंट हो गया था वे वहां गए थे और ड्राइवर उन्हें घर छोड़ने के बाद जा रहा था, उन्होंने कांट्रेक्टर और एंबुलेंस के मालिक के समझौते की बात भी कही.