रायपुर. एसईसीएल साल 2018-19 में 20 मार्च को 150 मिलियन टन से अधिक कोयले का उत्पादन कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया. भारतीय कोयला खनन के इतिहास में पहली बार किसी कम्पनी ने 150 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया है. वर्ष 2018-19 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरी तरह समर्पित एसईसीएल की टीम प्रतिदिन नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है.

अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक एपी पण्डा के कुशल नेतृत्व में कम्पनी ने उत्तरोत्तर प्रगति की है. इस श्रृंखला में एसईसीएल ने कई रिकार्ड बनाए और तोड़े है. 10 मार्च को एसईसीएल द्वारा एक दिन में इस वर्ष का रिकार्ड 6.30,000 टन कोयला उत्पादन किया गया. एसईसीएल ने इसी रिकार्ड को दो दिन बाद 12 मार्च को 6,37,000 टन कोयला उत्पादन कर तोड़ दिया. इसी रिकार्ड को फिर से 18 मार्च को एक दिन में सर्वाधिक 6,66,000 टन कोयले का उत्पादन कर एसईसीएल ने अभूतपूर्व रिकार्ड कायम किया. एक दिन में 6,66,000 टन उत्पादन करने वाली यह कोलइण्डिया की पहली कम्पनी है.

एसईसीएल द्वारा क्षेत्रीय स्तर पर भी उत्पादन के नए रिकार्ड बनाए गए जिसमें दीपका क्षेत्र ने 12 मार्च को एक दिन में अब तक का सर्वाधिक कोयला उत्पादन 1,45,421 टन किया जो कि दीपका क्षेत्र का सर्वाधिक कोयला उत्पादन का रिकार्ड रहा. 19 मार्च को एसईसीएल की गेवरा ओपनकास्ट खदान ने एक दिन में 2,05,795 टन कोयला उत्पादन किया जो कि कोलइण्डिया लिमिटेड के किसी भी खदान द्वारा एक दिन के कोयला उत्पादन का अब तक का सर्वाधिक कोयला उत्पादन है. इसी प्रकार गेवरा ओपनकास्ट खदान द्वारा 19 मार्च को 168,087.31 टन कोयला डिस्पैच किया गया है, जो कि किसी भी खदान द्वारा अभी तक का एक दिन का सर्वाधिक कोयला डिस्पैच है.

एसईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक एपी पण्डा ने कहा कि उत्कृष्ट कार्यसंस्कृति, कार्य के प्रति निष्ठा, टीम वर्क एवं कठिन परिस्थितियों में भी कार्य के प्रति पूर्ण समर्पण की वजह से यह बड़ा लक्ष्य हासिल हो पाया है. उन्होंने टीम एसईसीएल, श्रमसंघ एवं समस्त अंशधारकों को बधाई भी दी.