देहरादून। चारधाम यात्रा जाने की तैयारी कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। बदरीनाथ और केदारनाथ धाम जाने वालों के VIP मेहमानों को अब दर्शन शुल्क नहीं देना होगा। बीकेटीसी ने साल 2023 में वीआईपी दर्शन के लिए 300 रूपए बतौर शुल्क रखा था। जिससे बदरी-केदार मंदिर समिति को तकरीबन 1.5 करोड़ रूपए की आय भी हुई थी लेकिन इस बार धामी सरकार इसे समाप्त करने वाली है।

मंदिर समिति को हुआ था फायदा

बदरी-केदार मंदिर समिति ने श्री वैष्णो देवी, महाकालेश्वर और श्री तिरुपति बालाजी मंदिरों की व्यवस्थाओं का बारीकी से अध्ययन किया और केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम में वीआईपी दर्शन के लिए शुल्क निर्धारित किया था। जिससे मंदिर समित को फायदा तो हुआ लेकिन व्यवस्था की पारदर्शिता को लेकर कई बड़े सवाल खड़ा किए गए।

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वीआईपी शुल्क का लेखा-जोखा मुश्किल

बताया जा रहा कि पिछले बार वीआईपी शुल्क के उपयोग और पेटीएम से चंदा एकत्रित करने को लेकर कई शिकायतें मिली थी। चारधाम यात्रा के दौरान अनगिनत वीआईपी श्रद्धालु आते है। ऐसे में वीआईपी शुल्क का लेखा-जोखा रखना मुश्किल हो जाता है। साथ ही चारधाम यात्रा करने वाले सभी श्रद्धालुओं को समान दर्जा दिया जाता है। ऐसे में वीआईपी शुल्क लेना भक्तों के बीच गलत संदेश दे जाता है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए वीआईपी शुल्क को बंद करने का फैसला लिया गया है।

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वीआईपी दर्शन शुल्क समाप्ति को लेकर गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में 5 फरवरी को बैठक हुई थी। इस निर्णय की पुष्टि गढ़वाल आयुक्त ने खुद की है। आज सीएम धामी चारधामा यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। जिसमें यात्रा प्रबंधन के कई बड़े अधिकारी शामिल होंगे। यात्रियों की सुविधा बढ़ाए जाने को लेकर लंबी चर्चा होगी। बैठक में चारधाम यात्रा को लेकर कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं।