भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) ने मंगलवार को यमुना नदी(Yamuna river) पर क्रूज पर्यटन(cruise tourism) को प्रोत्साहित करने के लिए दिल्ली सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए. आधिकारिक बयान में बताया गया है कि इस समझौते के अंतर्गत सोनिया विहार और जगतपुर के बीच के क्षेत्र को क्रूज पर्यटन के लिए विकसित किया जाएगा. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस समझौते की जानकारी देते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में खुशी व्यक्त की और कहा कि यमुना नदी को राष्ट्रीय जलमार्ग-110 के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे जल परिवहन को बढ़ावा मिलेगा और दिल्ली के आर्थिक तथा पर्यावरणीय विकास में तेजी आएगी.

CM ने पोस्ट शेयर कर दी जानकारी

रेखा गुप्ता ने अपनी पोस्ट में उल्लेख किया कि दिल्ली सरकार जनहित के लिए लगातार महत्वपूर्ण कदम उठा रही है, जो राज्य के समग्र विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. इस संदर्भ में, मुझे गर्व है कि 2016 के अंतर्देशीय जलमार्ग अधिनियम के तहत यमुना नदी को राष्ट्रीय जलमार्ग-110 के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो जगतपुर (दिल्ली) से प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) तक विस्तारित होगा.

गुप्ता ने अपनी पोस्ट में उल्लेख किया कि महामहिम उपराज्यपाल वीके सक्सेना और पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनवाल की प्रतिष्ठित उपस्थिति में इस परियोजना के तहत नदी नाव पर्यटन और फेरी सेवाओं के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं.

CM गुप्ता ने बताए होने वाले फायदे

सीएम गुप्ता ने इस योजना के लाभों का उल्लेख करते हुए लिखा कि इस पहल से जल परिवहन को प्रोत्साहन मिलेगा, दिल्ली के आर्थिक और पर्यावरणीय विकास में तेजी आएगी, और हरित परिवहन के विकास के साथ-साथ यमुना किनारे निवास करने वाले लोगों की आजीविका में सुधार होगा.

IWAI राष्ट्रीय जलमार्गों के लिए बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय की प्रमुख एजेंसी है. इस संबंध में जारी एक आधिकारिक बयान में उल्लेख किया गया है कि IWAI ने दिल्ली सरकार की विभिन्न एजेंसियों, जैसे सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग, दिल्ली विकास प्राधिकरण, दिल्ली जल बोर्ड और दिल्ली परिवहन निगम के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं.

बयान के अनुसार, इस समझौते का मुख्य उद्देश्य सोनिया विहार और जगतपुर के बीच यमुना नदी (राष्ट्रीय जलमार्ग 110) के चार किलोमीटर के खंड पर क्रूज पर्यटन को विकसित करना और प्रोत्साहित करना है.

सीएम ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि यमुना नदी पर फेरी सेवा और क्रूज पर्यटन दिल्लीवासियों के लिए एक नया और विशेष अनुभव प्रदान करेगा. यह आधुनिक सुविधाओं से युक्त सेवा न केवल पर्यटन को प्रोत्साहित करेगी, बल्कि दिल्ली को वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने में भी सहायक होगी.

दिल्ली के “सुंदर और विकसित” होने के लक्ष्य को पूरा करते हुए, हमारी सरकार राजधानी को वैश्विक मानकों के बुनियादी ढांचे, हरित परिवहन और नई संभावनाओं से जोड़ने का कार्य कर रही है. डबल इंजन सरकार के मार्गदर्शन में दिल्ली विकास और पर्यटन के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगी.

नदी में चलेंगी इलेक्ट्रिक-सोलर हाइब्रिड बोट्स

बयान के अनुसार, 20-30 यात्रियों को ले जाने में सक्षम इलेक्ट्रिक-सोलर हाइब्रिड नौकाओं का उपयोग क्रूज जहाज के रूप में किया जाएगा, जिससे टिकाऊ और प्रदूषण रहित जल परिवहन सुनिश्चित किया जा सके. इन नौकाओं में यात्रियों की सुरक्षा के लिए बायो-टॉयलेट, सार्वजनिक घोषणा प्रणाली और लाइफ जैकेट जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी.

इसके अलावा, IWAI सुचारू नौका संचालन के लिए दो HDPE (हाई डेन्सिटी पॉलीथिलीन) जेटी की स्थापना करेगा. बयान में उल्लेख किया गया है कि यह परियोजना वजीराबाद बैराज के ऊपर राष्ट्रीय जलमार्ग 110 पर छोटी दूरी की नौवहन और मनोरंजक गतिविधियों को प्रोत्साहित करते हुए हरित और पर्यावरण अनुकूल पर्यटन को बढ़ावा देगी.

यमुना नदी का विस्तार दिल्ली के जगतपुर से प्रयागराज में गंगा के संगम तक 1,089 किलोमीटर है. यह नदी दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से होकर बहती है. इसे 2014 में राष्ट्रीय जलमार्ग-110 के रूप में मान्यता दी गई थी.

MoU पर सियासी बयानबाजी भी तेज

दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के मंत्रियों के बीच इस प्रोजेक्ट को लेकर राजनीतिक बयानबाजी हुई है. एलजी वी.के. सक्सेना ने आम आदमी पार्टी की पूर्व सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले एक वर्ष से इस प्रोजेक्ट पर कार्य चल रहा था, लेकिन राजनीतिक कारणों से इसे रोक दिया गया. अब दिल्ली की जनता ने बदलाव किया है और यमुना के प्रति अपनी भावनाएं प्रकट की हैं. यह केवल एक प्रारंभ है, भविष्य में और भी नई योजनाएं प्रस्तुत की जाएंगी.