पांच दिन पहले, 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जब समस्त देश महिलाओं के साहस और संघर्ष को सम्मानित कर रहा था, उसी समय दिल्ली में एक महिला ने अपनी दो बेटियों के साथ जहर खाकर आत्महत्या कर ली. दिल्ली के बदरपुर स्थित मोलड़बंद क्षेत्र में हुई इस दुखद घटना का मुख्य कारण आर्थिक कठिनाई बताई जा रही है. आश्चर्यजनक रूप से, मां और बेटियों के शव पांच दिनों तक एक कमरे में सड़ते रहे, जबकि पड़ोसियों को इसकी कोई जानकारी नहीं हुई. किसी ने भी उनकी स्थिति के बारे में जानने की कोशिश नहीं की. जब शवों से सड़न की गंध बाहर आने लगी, तब पड़ोसियों ने पुलिस को सूचित किया. उल्लेखनीय है कि महिला के पति का कुछ महीने पहले निधन हो चुका था.

हाईकोर्ट ने केंद्र और दिल्ली सरकार से कहा- सैनिक फार्म को नियमित करने पर जल्द फैसला लें

दिल्ली के बदरपुर थानाक्षेत्र के मोलरबंद क्षेत्र में बुधवार को एक घर से तीन शवों के सड़ी-गली स्थिति में मिलने से हड़कंप मच गया. दिल्ली पुलिस ने एक बयान में बताया कि उन्हें एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई, जिसमें एक घर से बदबू आने की सूचना दी गई थी. इसके बाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और जांच के दौरान पाया कि घर के अंदर तीन लोग निवास कर रहे थे, जिनकी लाशें इस गंभीर स्थिति में मिलीं.

पुलिस को संदेह है कि तीनों ने आत्महत्या की है. दिल्ली पुलिस के एक बयान के अनुसार, एसीपी और एसएचओ बदरपुर ने तुरंत कॉल का जवाब दिया और एक टीम को घटनास्थल पर भेजा. वहां पुलिस को तीन शव मिले, जिनमें पूजा नाम की महिला और उसकी दो बेटियां शामिल थीं, जिनमें से एक की उम्र 18 वर्ष और दूसरी की उम्र 8-9 वर्ष थी.

पुलिस के अनुसार, तीनों व्यक्ति बदरपुर के मोलरबंद स्थित गली नंबर 16 के मकान नंबर 43 की दूसरी मंजिल पर निवास कर रहे थे. उन्हें कमरे में मृत अवस्था में पाया गया, और उनके मुंह पर झाग जैसा पदार्थ मौजूद था. शवों की स्थिति अत्यंत खराब थी, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि उनकी मृत्यु लगभग 4 से 5 दिन पहले हुई है. पुलिस को संदेह है कि तीनों की मौत जहर के सेवन के कारण हुई है.

पुलिस को संदेह है कि तीनों ने आर्थिक संकट के कारण यह कदम उठाया होगा, क्योंकि उन्होंने पिछले दो महीनों से किराया नहीं चुकाया था. पुलिस के एक बयान में कहा गया है कि अपराध जांच टीम ने घटनास्थल पर जांच की. मामले की जांच अभी भी जारी है. उल्लेखनीय है कि जुलाई 2018 में दिल्ली के बुराड़ी क्षेत्र में संत नगर की गली नंबर-4 के मकान नंबर 530 में चुंडावत परिवार के 11 सदस्यों को उनके घर में मृत पाया गया था.