Rajasthan News: पुष्टीमार्गीय प्रधान पीठ श्रीनाथजी की हवेली में आज होली महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा। परंपरा के अनुसार, राजभोग दर्शन में श्रीजी प्रभु को गुलाल, अबीर और चंदन चौवा अर्पित कर विशेष सेवा की जाएगी। भक्तगण श्रद्धा से श्रीजी प्रभु के साथ लाड लड़ाएंगे। खासतौर पर शयन दर्शन के दौरान तिलकायत और विशाल बावा श्रीजी प्रभु की दाढ़ी गुलाल से रंगेंगे। यह शुभ क्षण पूरे पुष्टिमार्गीय संप्रदाय में होली उत्सव के आरंभ का प्रतीक माना जाता है।

डोलोत्सव और विशेष राजभोग दर्शन

शुक्रवार को डोलोत्सव के साथ सुबह 6:47 बजे भद्रा समाप्त होने पर होली मंगरा स्थित श्रीजी प्रभु की भव्य होली का शुभारंभ होगा। इस दौरान श्रीजी प्रभु को चंदन की पत्तियों से बने झूले में विराजित किया जाएगा। निधि स्वरूप श्री मदन मोहन जी और लाडले लाल को तिलकायत श्री एवं श्री विशाल बावा डोल झुलाएंगे। इस शुभ अवसर पर भक्तों को चार विशेष राजभोग दर्शन का लाभ मिलेगा।

भव्य शयन दर्शन और बादशाह की सवारी

शुक्रवार को ही धुरंडी के दिन शयन दर्शन में बादशाह की सवारी निकाली जाएगी, जो इस आयोजन का प्रमुख आकर्षण होगी। भक्तों के लिए यह एक दुर्लभ और दिव्य अनुभूति होगी।

रसिया और सखी गीतों से भक्ति का रंग

होली के रंग में डूबे श्रीनाथजी मंदिर में ब्रजवासी रसिया गण होली के पारंपरिक गीत प्रस्तुत कर रहे हैं। मथुरा और वृंदावन से आई कीर्तन मंडलियां रसिया और सखी गीतों से भक्तों को भक्ति के रंग में रंग रही हैं। मंदिर परिसर गुलाल और अबीर से सराबोर हो चुका है।

गुलाल-अबीर उड़ाने की परंपरा और भक्तों का उल्लास

मंदिर द्वारा उड़ाए गए गुलाल और अबीर को अपने मस्तक पर लगाने के लिए भक्तों में विशेष उत्साह देखा जा रहा है। गुजरात और महाराष्ट्र से आए हजारों श्रद्धालु ठाकुर जी के साथ होली खेलने पहुंचे हैं। होली के मस्तीभरे रसिया गीतों पर भक्त झूमते हुए एक-दूसरे को रंगों के पर्व की बधाई दे रहे हैं। इस पारंपरिक आयोजन के साथ संपूर्ण पुष्टिमार्गीय सृष्टि में होली उत्सव का श्रीगणेश हो जाएगा।

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