
विकास कुमार/सहरसा: होली का रंगों भरा उत्सव पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. इस पर्व से एक दिन पहले सहरसा जिले में सहरसा-दरभंगा मुख्य मार्ग और सहरसा-सुपौल जाने वाले मार्गों पर युवाओं की टोली ने अनोखे अंदाज में होली की परंपरा निभाई. सड़कों पर कीचड़ से होली खेलते युवाओं ने राहगीरों को भी रंग दिया और ‘बुरा न मानो होली है’ के नारे लगाते हुए त्यौहार का भरपूर आनंद लिया.
होली का रंग
गुरुवार को सुबह से ही जिले के अलग-अलग इलाकों में युवाओं की टोलियां निकलीं, जो परंपरागत तरीके से कीचड़ और धूल से होली खेलने में मग्न दिखीं. कुछ जगहों पर लोग नदियों, पोखरों और तालाबों के किनारे इकट्ठा होकर एक-दूसरे पर कीचड़ फेंकते नजर आए. खासकर सहरसा-दरभंगा और सहरसा-सुपौल मुख्य मार्ग पर युवाओं की टोली पूरी मस्ती के साथ होली के रंग में रंगी दिखी.
अबीर-गुलाल लगाया
युवकों की टोली केवल खुद तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि सड़क से गुजरने वाले राहगीरों पर भी कीचड़ डालकर उन्हें होली के जश्न में शामिल किया. हालांकि कुछ राहगीर इससे नाराज भी दिखे, लेकिन युवाओं ने हंसी-मजाक के साथ माहौल को खुशनुमा बना दिया. इस दौरान ‘होली है’ के नारों के साथ लोग एक-दूसरे को गले लगाते और अबीर-गुलाल लगाते नजर आए.
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