रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित नान घोटाला मामले में कई नामचीन चेहरे दागदार हैं जिनका खुलासा होना अभी बाकी है. ऐसे चेहरों से जुड़े इनपुट सरकार की जांच एसेंजी एसआईटी को मिल गए हैं. यही नहीं यह मामला 36 हजार करोड़ घोटाला का नहीं बल्कि इससे कहीं और ज्यादा का है. इसके प्रमाण भी नई सरकार की ओर से कराई जा रही जांच में सामने आ सकते हैं.  नान घोटाला मामले की नए सिरे से कराई जा रही जांच पे रोक लगाने की मांग नेता-प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने की है. इस मामले में अगली सुनवाई हाईकोर्ट में 29 अप्रेल को होगी. लेकिन नई सरकार ने भी कोर्ट के सामने कहा है कि पूर्व सरकार में की गई जांच में ढेरों खामियां है. लिहाजा नई सरकार नए सिरे से जांच करा रही है.
सुनिए अतिरिक्त महाधिवक्ता सतीशचंद वर्मा को

इस मामले में अतिरिक्त महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा ने कहा कि नान घोटाला से संबंधित मामलों की सुनवाई जिला न्यायलय और उच्च न्यायलय में अलग-अलग चल रही है.  मूल प्रकरण डिसिक्ट कोर्ट में है. जिला कोर्ट में नान मामले में 213 गवाहों में अब तक 102 गवाहों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं. पहले जो जांच हुई उससे हमें बहुत ज्यादा मदद नहीं मिल रही है. लिहाजा नई सरकार की ओर से एसआईटी बनाकर जांच किया जा रहा है. इसमें निश्चित नए तथ्य सामने आएंगे.  हाईकोर्ट में नान से संबंधित 5 जनहित की याचिकाओं पर सुनवाई चल रही है.  इसमें सबसे प्रमुख है धरमलाल कौशिक की ओर से लगाई जनहित याचिका है जिसमें एसआईटी जांच पर रोक लगाने की मांग की है इस मामले में 29 अप्रेल को सुनवाई होगी.
सुनिए अतिरिक्त महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा को