रायपुर। ठगी जैसे मामलों में अब धीरे-धीरे महिलाओं का भी दखल तेजी से बढ़ता जा रहा है. राजधानी रायपुर में बेरोजगार युवक-युवतियों से लाखों रुपये की ठगी करने वाली एक शातिर महिला ठग को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार की गई महिला ठग का नाम शालू येडे है.

आरोपी महिला गार्ड, सुपरवाईजर एवं चपरासी जैसे पदों पर सरकारी नौकरी लगाने का बेरोजगार युवक-युवतियों को झांसा देकर लोगों को अपने जाल में फांसती थी. आरोपी खुद को बड़े अधिकारियों का करीबी बताकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी महिला ने तकरीबन तीन दर्जन युवक युवतियों को ठगी का शिकार बनाया है. महिला इतनी शातिर है कि उसने सभी पीड़ितों से पैसे लेकर उन्हें बकायदा फर्जी नियुक्ति पत्र तक थमा दिया था. जिसमें छत्तीसगढ़ शासन की सील-मुद्रा तक लगी हुई थी.

आरोपी

मोहल्ले वासियों को भी बनाया शिकार

पुलिस के मुताबिक आरोपी महिला गुढ़ियारी की रहने वाली हैं. उसने अपने मोहल्ले वालों तक को नहीं बख्शा. मोहल्ले में रहने वाले प्रतीक फटिंग भी महिला का शिकार बना. दो साल पहले नवम्बर 2017 में आरोपी शालू येडे से जान पहचान हुई. बेरोजगार प्रतीक को रायपुर कलेक्टर परिसर में गार्ड की सरकारी नौकरी लगाने का उसने झांसा दिया. झांसे में आकर प्रार्थी ने उसे 45 हजार रुपये दे दिया. इसी तरह आरोपी महिला ने अनुसूईया राउत से 20,000 रू., सूचिता से 35,000 रू., चन्द्रकला से 55,000 रू., कविता चैहान से 1,75,000 रू., जसवंत खिलाडी से 1,20,000 रू., अजय सिंह गौतम से 65,000 रू., मंगेश राउत से 45,000 रू., भूपेश सय्याम 35,000 रू., राकेश यशेनसुरे से 35,000 रू., कमलेश कुम्भारे से 60,000 रू., आशुतोष कुर्मी से 2,45,000 रू. अंकुश कोडापे से 75,000 रू. विशाल गायकवाड से 1,50,000 रू. की ठगी की. इस तरह महिला ने 11,60,000 रुपये की ठगी पीड़ितों से की.