रायपुर। नक्सली नेता नक्का राव को जमानत मिलने पर भाजपा ने सवाल उठाए हैं. नेता-प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए यह सवाल पूछा है कि कहीं लोकसभा चुनाव की सांगठगांठ के तहत नक्का राव को तो नहीं छोड़ा गया है? कौशिक ने कहा कि कहीं अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर किसी सांठगांठ के चलते तो मूर्ति की जमानत का रास्ता तो आसान नहीं किया गया?

धरमलाल ने यह भी कहा कि 24 दिसंबर को गिरफ्तार नक्का राव के मामले में पुलिस ने चालान पेश करने में उदासीनता का परिचय दिया जिसके चलते विशेष न्यायालय ने गिरफ्तार माओवादी को जमानत दे दी है.  नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह अत्यंत संवेदनशील मसला था और पुलिस ने नक्का राव को नक्सली बताते हुए उससे नक्सली साहित्य समेत अन्य आपत्तिजनक सामग्रियों की बरामदगी का दावा किया था. पुलिस प्रधानमंत्री की हत्या के षड्यंत्र में शामिल लोगों के संपर्क में रहने वाले माओवादी के खिलाफ निर्धारित समय में चालान पेश नहीं कर पाई और नतीजतन माओवादी मूर्ति को जमानत मिल गई.

यही नहीं कौशिक ने  झारखंड में ज्यां द्रेज की गिरफ्तारी के मसले पर सीएम भूपेश बघेल पर भी निशाना साधा. कौशिक ने पूछा कि ज्या द्रेज की गिरफ्तारी भूपेश बघेल को तकलीफ क्यों हो रही है. उन्होंने नक्सलवाद के मुद्दे पर कांग्रेस सरकार स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है.