शैलेन्द्र पाठक, बिलासपुर। चुनाव का मौसम है. इस चुनावी मौसम में कार्यकर्ताओं की पूछ परख फिर से एक बार बढ़ गई है. लेकिन बिलासपुर से भाजपा के लिए अच्छी खबर नहीं आ रही है. यहां हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में कार्यकर्ता ही नहीं पहुंचे और कुर्सियां खाली रह गईं. विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त मिलने के बाद पार्टी एक बार फिर से लोकसभा चुनाव के लिए पूरा दम-खम लगाने के लिए तैयार है. जिसे लेकर पार्टी के आला नेता सभी जिलों में कार्यकर्ताओं के बीच सम्मेलन के माध्यम से पहुंच रहे हैं.

गुरुवार को बिलासपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया था. सम्मेलन में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, विधायक पुन्नूलाल मोहले, भूपेन्द्र सवन्नी, पूर्व सांसद लखन साहू और लोकसभा प्रत्याशी अरुण साव भी मौजूद थे. कार्यकर्ता सम्मलेन में कार्यकर्ताओं के न पहुंचने को लेकर माना जा रहा है कि उनमें धरमलाल कौशिक के उस बयान को लेकर अभी भी नाराजगी है, जिसमें उन्होंने विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार का ठीकरा कार्यकर्ताओं के ऊपर फोड़ दिया था.

विधानसभा चुनाव के बाद राजधानी रायपुर स्थित भाजपा कार्यालय में हार की समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा था कि चुनाव में कार्यकर्ताओं ने काम नहीं किया था जिसकी वजह से पार्टी चुनाव में हारी. कार्यकर्ताओं द्वारा सम्मेलन से दूरी बनाए जाने को लेकर माना जा रहा है कि वे कौशिक के इस बयान को आज भी नहीं भूल पाए हैं.