Rajasthan News: राजस्थान में भाजपा विधायक स्वामी बालमुकुंद आचार्य ने लाउडस्पीकर की तेज आवाज पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि इससे स्कूली बच्चों, अस्पतालों में भर्ती मरीजों और स्थानीय निवासियों को गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

छात्रों की पढ़ाई हो रही प्रभावित

रविवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में आचार्य ने कहा कि उन्हें लगातार शिकायतें मिल रही हैं। खासतौर पर स्कूलों और अस्पतालों के पास तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजने से लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि परीक्षा का समय चल रहा है, लेकिन लाउडस्पीकर की आवाज के कारण छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है।

“लाउडस्पीकर से मानसिक तनाव और स्वास्थ्य पर असर”

विधायक ने कहा कि कई इलाकों में घरों के ऊपर लाउडस्पीकर लगाए जा रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों की शांति भंग हो रही है और मानसिक तनाव बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “कुछ क्षेत्रों में माइग्रेन और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोग रह रहे हैं, जहां लाउडस्पीकर की तेज आवाज से लोग पलायन करने तक को मजबूर हो रहे हैं।”

“लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर हो सख्त नियंत्रण”

आचार्य ने लाउडस्पीकर के उपयोग को नियंत्रित करने के लिए कड़े नियम लागू करने की मांग की। उन्होंने सुझाव दिया कि इस मुद्दे पर अदालत में जनहित याचिका (PIL) दायर की जाए, ताकि इसे उचित नियमों के दायरे में लाया जा सके।

“डीजे पर कार्रवाई में भेदभाव न हो”

भाजपा विधायक ने धार्मिक आयोजनों में तेज आवाज वाले डीजे पर की जा रही कार्रवाई पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि “ऐसा प्रतीत होता है कि केवल एक ही धर्म या वर्ग पर कार्रवाई की जा रही है, जबकि अन्य समुदायों के आयोजनों में यही नियम लागू नहीं किए जाते।” उन्होंने मांग की कि सभी आयोजनों के लिए समान नियम लागू किए जाएं, ताकि किसी भी वर्ग के साथ भेदभाव न हो।

पढ़ें ये खबरें