मनोज यादव, कोरबा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सलियों की बातचीत की पेशकश पर साफ कर दिया है कि बातचीत तभी होगी, जब नक्सली हथियार छोड़ें. उन्होंने कोरबा में संवाददाताओं से चर्चा में कहा है कि नक्सलियों ने जो पर्चे फेंके हैं. उसकी पहले तस्दीक की जाएगी.

भूपेश बघेल कोरबा में कांग्रेस की प्रत्याशी ज्योतस्ना महंत का नामांकन दाखिल कराने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि नक्सलियों को बातचीत के लिए भारत के संविधान में विश्वास करना होगा.

गौरतलब है कि एक दैनिक अखबार ने नक्सली कमांडर विकास के हवाले से ये ख़बर छापी थी कि नक्सली सरकार के साथ बातचीत करना चाहते हैं. बेशर्ते सरकार अर्धसैनिक बलों को बस्तर से हटाए या सीज़फआयर करे.

नक्सलियों के इस बयान पर भूपेश बघेल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हर मौके पर यही कहते रहे हैं कि नक्सलियों से बातचीत नहीं की जाएगी. इसके समाधान के लिए बातचीत नक्सल प्रभावितों और पीड़ितों से ही की जाएगी.

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