AI कोडिंग टूल्स की बढ़ती लोकप्रियता के बीच यह सवाल उठता है कि क्या इंसानों को अब भी प्रोग्रामिंग सीखने की जरूरत महसूस होगी, या फिर AI पूरी तरह से इस क्षेत्र पर कब्जा कर लेगा?

Cursor, GitHub Copilot, Windsurf जैसे AI-आधारित टूल्स कोडिंग को आसान बना रहे हैं, लेकिन हाल ही में Cursor ने एक ऐसा बयान दिया, जिसने पूरे टेक जगत में बहस छेड़ दी.

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क्या AI कोडिंग को पूरी तरह से टेकओवर कर लेगा?

Anthropic के CEO Dario Amodei का दावा है कि एक साल के भीतर 100% कोड AI द्वारा लिखा जाएगा.

“मुझे लगता है कि अगले 3-6 महीनों में AI 90% कोड लिखेगा, और 12 महीनों में AI लगभग पूरा कोड संभाल लेगा.”

इसी तरह, InMobi के CEO Naveen Tewari ने कहा कि उनकी कंपनी इस साल 80% ऑटोमेशन पर पहुंच जाएगी, जिससे सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की नौकरियों पर संकट आ सकता है.

Y Combinator के CEO Garry Tan ने भी बताया कि उनके कुछ स्टार्टअप्स में 95% कोड LLMs द्वारा लिखा जा रहा है.

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AI एक टूल है, इंसानों का रिप्लेसमेंट नहीं!

IBM के CEO Arvind Krishna का कहना है कि AI केवल 20-30% कोड ही जनरेट करेगा, न कि 90%.

Zoho के फाउंडर Sridhar Vembu ने भी AI को “सहायक” करार दिया और कहा कि यह सिर्फ 10-20% उत्पादकता में बढ़ोतरी कर सकता है.

क्या “वाइब कोडिंग” असली प्रोग्रामिंग को रिप्लेस कर देगा?

OpenAI के पूर्व शोधकर्ता Andrej Karpathy ने “Vibe Coding” शब्द गढ़ा, जिसमें यूजर बस AI से कोड लिखने को कहता है, बिना यह समझे कि वह कैसे काम करता है.

लेकिन अनुभवी डेवलपर्स का मानना है कि यह अप्रोच विश्वसनीय नहीं है और युवा कोडर्स को असली स्किल्स सीखने से रोक सकती है.

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कोडिंग सीखें या सिर्फ AI को प्रॉम्प्ट करना जानें?

AI विशेषज्ञ Andrew Ng का कहना है कि “AI की वजह से कोडिंग न सीखने की सलाह अब तक की सबसे खराब करियर सलाह होगी.”

उनका मानना है कि आने वाले समय में AI को सही तरीके से गाइड करने की स्किल सबसे ज्यादा जरूरी होगी.

क्या AI डेवलपर्स की नौकरी छीन लेगा?

AI कोडिंग को आसान बनाएगा, लेकिन पूरी तरह से इंसानों को रिप्लेस करना मुश्किल होगा.
बेसिक और रिपीटेटिव कोडिंग AI कर सकता है, लेकिन जटिल समस्याओं को हल करने के लिए इंसानी दिमाग की जरूरत बनी रहेगी.
कोडिंग सीखना अब भी एक बेहतरीन करियर चॉइस रहेगा, लेकिन AI को सही ढंग से निर्देश देना (प्रॉम्प्टिंग) भी एक अहम स्किल होगी.

आपका क्या मानना है? क्या AI कोडिंग को पूरी तरह से टेकओवर कर लेगा, या इंसान हमेशा एक कदम आगे रहेगा? कमेंट में अपनी राय दें!

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