
संबलपुर. जेल में मौत का मामला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक पहुंच गया है. मानवाधिकार कार्यकर्ता जयंत दास ने संबलपुर में पुलिस लाठीचार्ज में एक आरोपी की मौत के संबंध में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने आरोपों को स्वीकार कर लिया और घटना पर रिपोर्ट मांगी है. पुलिस ने झंकारपाड़ा इलाके के दिलीप प्रधान के गैराज से पानी की मोटर चोरी करने के आरोप में संबलपुर के क्रिश्चियनपड़ा इलाके के कादिर मोहम्मद शेख (Kadir Mohammad Sheikh) को गिरफ्तार किया था.
कादिर को सोमवार को अभियुक्त बनाया गया. अदालत में उनकी तबीयत खराब हो गई, इसलिए उन्हें पहले सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में भीमसा स्थानांतरित कर दिया गया. लेकिन रास्ते में ही कादिर मुहम्मद की मौत हो गई. हालाँकि, कादिर के परिवार ने आरोप लगाया है कि हिरासत में उसके खिलाफ थर्ड डिग्री हमले के कारण उसकी मौत हुई. इस संबंध में कल आधी रात को लोगों का एक समूह हीराकुद पुलिस स्टेशन पर एकत्र हुआ.

इस बीच आरोप है कि जिस गैराज से कादिर ने मोटर चुराया था, उसके कर्मचारी ने भी उसकी पिटाई किया था . परिवार ने पुलिस स्टेशन के सीसीटीवी की जांच की मांग कर रहें हैं. कादिर के परिवार को तत्काल मुआवजा देने की मांग की जा रही है, जिनके घर पर डेढ़ साल का बच्चा है. हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा. यहां सवाल यह उठता है कि पुलिस को यह कैसे पता नहीं चला कि कादिर बीमार था? क्या अदालती सुनवाई से पहले स्वास्थ्य परीक्षण नहीं कराया गया था? अव क्या कादिर के परिवार को न्याय मिलेगा?
एसपी के निर्देश के बाद बुर्ला पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है. शेख की मौत के कारणों और इसमें किसी तरह की गड़बड़ी की जांच के लिए डीएसपी रैंक के अधिकारी को लगाया गया है.