कृषि अध्ययन यात्रा पर इजरायल प्रवास पर गए हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश की कृषि एवं सिंचाई मंत्री बृजमोहन अग्रवाल आज इजराइल के चौथे सबसे बड़े शहर रिशोन ली जियोन पहुंचे। यहा के सेंटर फॉर इंटरनेशनल एग्रीकल्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन के दफ्तर में उन्होंने मिनिस्ट्री ऑफ एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट, इजराइल के अफसरों के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग में छत्तीसगढ़ शासन के प्रमुख सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त अजय सिंह भी मौजूद रहे। इजराइल सरकार की तरफ से सेंटर फॉर इंटरनेशनल एग्रीकल्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन के डायरेक्टर याकोव पोलेग एवं डायरेक्टर ऑफ प्रोजेक्ट स्पेशल असाइनमेंट डेनियल वार्नर विशेष रूप से मौजूद थे।
इस दौरान इजराइल की कृषि नीति एवं कृषकों को लेकर वहा चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी ली गई।साथ ही कृषि क्षेत्र में किये जा रहे विकासकार्यों पर भी चर्चा हुई। इजराइल के अफसरों हाईटेक खेती पर अपनी बात रखी और ऑनलाइन प्रेजेंटेशन देते हुए विभिन्न फसलों की खेती के रकबे, क्षेत्र आदि का अवलोकन भी कराया। इस मौके पर अग्रवाल ने इजराइल के अफसरों को छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध बेल मेटल से बनाई कलाकृति भेंट की।
इस संबंध में प्रदेश के कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि इजराइल सरकार का वहा कि खेती-किसानी पर पूरा फोकस है। उनकी बड़ी आय खेती से ही होती है। उनकी समृद्ध तकनीक हमारे लिए भी फायदेमंद हो सकती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इजराइल प्रवास के बाद संबंधों में आयी प्रगाढ़ता यहा भी लोग महसूस कर रहे है। उन्होंने कहा कि ड्रिप एरीगेशन (टपक सिंचाई) की तकनीक से देश की लगभग पूरी बंजर भूमि को भी उपजाऊ बनाकर दिखाया है। ऐसे में आज के दौर में जब पानी की कमी से दुनिया चिंतित है ऐसे में इजराइल से कृषि क्षेत्र में तकनीक साझा करना हमारे किसानों के लिए भी लाभदायक होगा।