दिल्ली का बजट सत्र आज से आरंभ हो रहा है. इस अवसर पर पहली बार दिल्ली विधानसभा में ‘खीर सेरेमनी’ का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने स्वयं खीर बनाकर सबसे पहले भगवान राम को भोग अर्पित किया. इस समारोह में कई मंत्री, विधायक और विधानसभा के अधिकारी भी उपस्थित रहे.

दिल्ली विधानसभा का पांच दिवसीय बजट सत्र सोमवार को ‘खीर सेरेमनी’ के आयोजन के साथ आरंभ हुआ. इस अवसर पर भाजपा के नेताओं ने यह कहा कि ‘मिठास प्रगति का प्रतीक है’. मुख्यमंत्री और वित्त विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहीं रेखा गुप्ता 27 वर्षों के बाद दिल्ली में भाजपा सरकार का पहला बजट प्रस्तुत करेंगी.

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इस अवसर पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उपस्थित जनसमूह से कहा, “यह स्थिति लगभग वैसी है जैसे भगवान राम 14 वर्षों के बाद लौटे हों, और हमारी सरकार 27 वर्षों के बाद वापस आई है. हमने इस बजट को दिल्ली के विकास के लिए खीर की मिठास से जोड़ा है, जैसे भगवान राम को भोग अर्पित किया गया. दिल्ली के इतिहास में पहली बार इस खीर समारोह के माध्यम से समाज के सभी वर्गों को शामिल किया गया है, जो दिल्ली सरकार और उसके बजट से उम्मीदें और अपेक्षाएं रखते हैं.”

मंत्री कपिल मिश्रा ने बजट सत्र के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि आज विभिन्न पृष्ठभूमियों के लोग, जैसे व्यवसायी, ऑटो चालक और दलित भाई-बहन, एक साथ ‘खीर’ का आनंद लेंगे. बजट कल प्रस्तुत किया जाएगा.

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भाजपा नेता सतीश उपाध्याय ने मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बजट दिल्ली के लिए विकास का संकेत है. उन्होंने उल्लेख किया कि मुख्यमंत्री गुप्ता ने महिलाओं, युवाओं, व्यवसायियों और कॉलोनियों के निवासियों सहित विभिन्न समूहों से संवाद किया है और बजट के निर्माण के लिए उनके सुझावों को शामिल किया है. उपाध्याय ने यह भी कहा कि मिठास प्रगति का प्रतीक है, और मुख्यमंत्री यह संदेश दे रही हैं कि दिल्ली का विकास सही दिशा में आगे बढ़ रहा है. यह बजट विभिन्न समुदायों की आवाज को प्रतिबिंबित करता है, यह सुनिश्चित करते हुए कि उनकी राय निर्णय प्रक्रिया में शामिल हो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम समावेशी विकास के प्रति प्रतिबद्ध हैं.

पिछले महीने के दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 27 वर्षों के बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की है. 70 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा को 48 और आम आदमी पार्टी को 22 सीटें मिली हैं.