कोरबा. छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी जंग शुरू हो चुकी है.कोरबा क्षेत्र के चुनावी मुद्दे और जनता का मूड जानने स्वराज एक्सप्रेस की टीम जिला मुख्यालय कोरबा पहुंच चुकी है. जिसका प्रसारण कोरबा से किया जायेगा. ‘सत्ता का संग्राम’ सिर्फ रूपेश गुप्ता के साथ. लल्लूराम डॉट कॉम व स्वराज एक्सप्रेस पर.
राजनीतिक गलियारों में इसे स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण और देश की दशा और दिशा बदलने वाला चुनाव बताया जा रहा है. इस चुनावी महासमर में जहां एक तरफ भाजपा नीत एनडीए है, तो दूसरी ओर कांग्रेस नीत यूपीए महागठबंधन के तौर पर सत्ता हासिल करने जोर आजमाइश कर रहे हैं.
इस कार्यक्रम में सार्थक टीएमटी के साथ लल्लूराम डॉट कॉम की सहयोगी संस्था स्वराज एक्सप्रेस, आरती ग्रुप, आईएसबीएम यूनिवर्सिटी, जोफ स्पाइसेस, ट्रेवल पार्टनर व्यास ट्रेवल्स, हॉस्पिटल पार्टनर श्री बालाजी सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल, फायर सल्यूशन पार्टनर सेफ प्रो इवेंट पार्टनर हैं.
कोरबा लोकसभा क्षेत्र 2009 में अस्तित्व में आया था. पहली बार यहां से कांग्रेस नेता चरण दास महंत सांसद बने. साल 2014 में बीजेपी ने कांग्रेस से यह सीट छीन ली. कोरबा लोकसभा की सीट तीन ज़िलों में फैली हुई है. भरतपुर-सोनहट, मनेंद्रगढ़ और बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र कोरिया ज़िले में पड़ता है तो रामपुर, कोरबा, कटघोरा और पाली-तानाखर कोरबा ज़िले में है. मरवाही विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर ज़िले में आता है. कोरबा लोकसभा क्षेत्र में 21 लाख 32 हज़ार से ज्यादा वोटर हैं. यहां आदिवासियों की आबादी 45 फीसदी है. 9 फीसदी अनुसूचित जाति के मतदाता हैं. ग्रामीण आबादी 69 फीसदी से अधिक है.
कोरबा से 2019 चुनाव में भाजपा से लोकसभा प्रत्याशी ज्योतिनंद दुबे हैं ये जमीन से जुड़े मजदूर वर्ग के आम कार्यकर्ता की छवि है.कॉलरी क्षेत्र और मजदूरों में अच्छी पकड़ है,दीपका नगर पालिका के अध्यक्ष हैं. इस वजह से लोगों के बीच संपर्क अच्छा है.
तो वहीं कांग्रेस से ज्योत्सना महंत को लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया गया.कांग्रेसी उम्मीदवार पूर्व केन्द्रीय मंत्री और मौजूद विधानसभा अध्यक्ष डॉ.चरणदास महंत की पत्नी हैं. ज्योत्सना महंत के लिए परिवार की पृष्ठभूमी मददगार साबित हो सकती है.
कोरबा लोकसभा सीट में 8 विधानसभा क्षेत्र हैं. इनमें 4 आदिवासियों के लिए सुरक्षित सीट हैं. कांग्रेस के पास 6 विधानसभा की सीटें हैं जबकि बीजेपी और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के पास एक-एक सीट है. कांग्रेस के पास जो 6 सीटें हैं उनमें शामिल हैं भरतपुर-सोनहट, मनेंद्रगढ़, बैकुंठपुर, कोरबा, कटघोरा, पाली-तानाखर। रामपुर सीट बीजेपी के पास और मरवाही छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के पास है. अगर 2013 विधानसभा चुनाव को याद करें तो कोरबा लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के पास केवल कटघोरा की सीट थी. बाकी सीटों पर बीजेपी का कब्जा था. वहीं अगर लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे को विधानसभावार देखें, तो कांग्रेस को तीन विधानसभा क्षेत्रों- कोरबा, कटघोरा और मनेंद्रगढ़- में बढ़त मिली थी, बाकी सीटें बीजेपी के पास रहीं.