राजेश पांडेय,जशपुर। भाजपा सरकार के भले ही 5000 दिन पूरे हो गये हैं, लेकिन जशपुर की हालत अभी पुराने दिनो की तरह ही है..इसका ताजा नमूना आज जशपुर जिले के बगीचा में देखने को मिला जहां नियम, कायदे और क़ानून से बेखबर अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल में ताला जड़ दिया और प्रसव कराने आई महिला घण्टो दर्द से कराहती रही… आखिरकार उसे खुले आसमान के नीचे बच्चे को जन्म देना पड़ा.. ऊपर से अस्पताल के लोग बड़ी बेशर्मी से इस मामले को झुठलाते हुए यह बताने में लगे हैं कि अस्पताल में कोई ताला बंद नही था।
मामला जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक के घुघरी पंचायत का है, जहां के उपस्वास्थ्य केंद्र में ताला लगे होने के चलते एक महिला को खुले आसमान के नीचे बच्चे को जन्म देना पड़ा। बीते शनिवार की रात को संपत्ति बाई नाम की एक महिला अपनी ननद के साथ 2 किमी दूर उपस्वास्थ्य केंद्र घुघरी प्रसव पीड़ा से कराहते हुए पैदल पहुंची।
लेकिन उपस्वास्थ्य केन्द्र में ताला लटका मिला। काफी देर तक वह इस इंतजार में तड़पती रही कि शायद कोई डॉक्टर या नर्स पहुंचे और अस्पताल का ताला खुल जाए। आखिरकार जब कोई भी मेडिकल स्टाफ वहां नहीं पहुंचा तो वह ननद के साथ वापस घर लौट गई। इसी दौरान रास्ते में उसने स्कूल के बीच मैदान में आसमान के नीचे ही उसने बच्चे को जन्म दिया।
नहीं मिली महतारी एक्सप्रेस न ही संजीवनी
पीड़ित महिला संपत्ति बाई ने बताया कि प्रसव पीड़ा शुरू होने पर उसने 102 महतारी एक्सप्रेस और 108 संजीवनी वाहन को लगातार काफी देर तक कई बार फोन लगाई लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं मिला तो आखिरकार मजबूरी की वजह से पैदल सफर करना पड़ा।
डॉक्टर की सफाई
इस मामले में जब घुघरी उपस्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर डी आर साहू से बात की गई तो उन्होंने अस्पताल में ताला बंद होने से इंकार किया है उनका कहना है कि वहां स्टाफ नर्स रहती है।
कलेक्टर ने मांगी रिपोर्ट
इस मामले में जशपुर कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने लल्लूराम डॉट कॉम को बताया कि इस मामले में सीएचसी बगीचा से रिपोर्ट मंगाई गई है और रिपोर्ट आने पर जिम्मेदार लोगो पर कार्यवाही की जाएगी ।