रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की वित्तीय स्थिति को लेकर कहा कि राज्य की स्थिति बिल्कुल भी खराब नहीं है. बीजेपी केवल अफवाह फैलाने में माहिर है. इस प्रकार से जो आरोप लगा रहे हैं वो केवल मनगढ़ंत है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के जीतने भूत पूर्व नेता ये आरोप लगा रहे हैं कि राज्य की वित्तीय स्थिति सही नहीं है. पूर्व रमन सरकार ने जब सत्ता छोड़ा उस समय 50 हजार करोड़ का घाटा था. उन्होंने कर्ज लिया हुआ था. तो 15 साल में 50 हजार का घाटा किया है, इसके लिए तो जिम्मेदार बीजेपी है.

सीएम भूपेश ने आगे कहा कि मैं उनको स्मरण दिलाना चाहता हूं कि 2003 में जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने सत्ता छोड़ी थी, उस समय वित्तीय 4 सौ करोड़ रुपए सलाना था. इस प्रकार से जो आरोप लगाया जा रहा है वो केवल मनगढ़ंत है. मुख्यमंत्री ये बातें फेसबुक पर लाइव के दौरान किसी व्यक्ति द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब ने कहा है.

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बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राज्य का वित्तीय प्रबंधन फेल होने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि कर्ज लो और घी पियो, कुछ ऐसी ही नीति पर चलते हुए भूपेश सरकार ने पिछले 2 महीनों में छटवीं बार रिजर्व बैंक से कर्ज लिया है. भूपेश इतने कर्ज का बोझ अंतत जनता को ही झेलना पड़ेगा. शासन की यह नीति न ही जनहित में है और न ही राज्यहित में है.

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जिसके बाद इन आरोपों को कांग्रेस ने बेबुनियाद राजनीति प्रेरित और भ्रम फैलाने वाला बताया था. और कहा था कि 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान करीदी करना, बिजली बिल हाफ करना, शिक्षकों की खाली पड़ी पदों की भर्ती करना, तेंदूपत्ता संग्रहण का मानदेय बढ़ाना क्या गलत है.

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शुक्ला ने कहा था कि रमन सरकार पन्द्रह साल के वित्तीय कुप्रबन्धन, कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार केंद्रित निर्माण कार्यों के कारण छत्तीसगढ़ की नई सरकार को विरासत में भाजपा सरकार ने 50 हजार करोड़ का कर्ज दिया है. रमन सिंह अपनी सरकार की नाकामियों का ठीकरा कांग्रेस पर फोड़ना बन्द करे और धैर्य रखें, जनता ने कांग्रेस को सरकार चलाने का अवसर दिया है.