White Tiger मोहन जो हर Sunday रखता था व्रत, जिसकी थी तीन रानियां

मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या देश में सबसे ज्यादा है, लेकिन सफेद बाघ का इतिहास नहीं.

सफेद शेर का जनक भी मध्यप्रदेश ही है. आज से 74 साल पहले मध्यप्रदेश में रीवा की धरती पर सफेद शेर मिला था. 

रीवा के राजा मार्तण्ड सिंह ने इस सफेद शेर का अपना जिगरी दोस्त बनाकर महलों में रखा. 

इसका नाम रखा 'मोहन'. इसकी खासियत यह थी कि ये सफेद बाघ हरेक संडे को व्रत रखता था. 

इस दौरान वह आहार के रूप में केवल दूध लेता था,मोहन फुटबाल खेलने का बड़ा शौकीन था.

"सफेद बाघ 'मोहन' की किले मे खिदमत उसी तरह होती थी जैसे किसी बघेल राजवंश के राजा की. 

मोहन की देखरेख करने वाले रियासत के कर्मचारी उससे बड़े ही अदब से पेश आते थे. सभी उसे मोहन सिंह कहकर पुकारते थे.

'मोहन' की  तीन रानियां थी, जिसमें से पहली रानीराधा ने  4 शावकों को जन्म दिया

इनके नाम राजा, रानी, मोहिनी और सकेशी रखा गया. धीरे-धीरे सफेद शेरों का कुनबा बढ़ता गया

 19 दिसंबर 1969 को सफेद शेर मोहन का निधन हो गया. 

राजकीय सम्मान के साथ मोहन को उसी गोविंदगढ़ किले के बगीचे मे दफनाया गया, जहां खेलकर वह बड़ा हुआ था. 

जानें कहां है विश्व का सबसे बड़ा और अद्भुत मंदिर