बिलासपुर. छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी जंग शुरू हो चुकी है. बिलासपुर क्षेत्र के चुनावी मुद्दे और जनता का मूड जानने स्वराज एक्सप्रेस की टीम जिला मुख्यालय बिलासपुर पहुंच चुकी है. जिसका प्रसारण अरपा नदी रिवरफ्रंट से किया जायेगा. ‘सत्ता का संग्राम’ रूपेश गुप्ता के साथ सिर्फ लल्लूराम डॉट कॉम व स्वराज एक्सप्रेस पर.
राजनीतिक गलियारों में इसे स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण और देश की दशा और दिशा बदलने वाला चुनाव बताया जा रहा है. इस चुनावी महासमर में जहां एक तरफ भाजपा नीत एनडीए है, तो दूसरी ओर कांग्रेस नीत यूपीए महागठबंधन के तौर पर सत्ता हासिल करने जोर आजमाइश कर रहे हैं.
इस कार्यक्रम में सार्थक टीएमटी के साथ लल्लूराम डॉट कॉम की सहयोगी संस्था स्वराज एक्सप्रेस, आरती ग्रुप, आईएसबीएम यूनिवर्सिटी, जोफ स्पाइसेस, ट्रेवल पार्टनर व्यास ट्रेवल्स, हॉस्पिटल पार्टनर श्री बालाजी सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल, फायर सल्यूशन पार्टनर सेफ प्रो इवेंट पार्टनर हैं
बिलासपुर से मौजूदा सांसद भाजपा के लखन लाल साहू हैं. 2014 के आम चुनाव में बिलासपुर में 17 लाख 27 हज़ार से ज्यादा मतदाता थे. इनमें पुरुष मतदाताओं की तादाद 8 लाख 89 हज़ार से ज्यादा थी. 63 फीसदी मतदान हुआ था. यानी कुल 10 लाख 90 हज़ार से ज्यादा लोगों ने वोट डाले थे. इनमें लखन लाल साहू ने 5 लाख 61 हज़ार से ज्यादा वोट हासिल किए थे. यानी 50 फीसदी से ज्यादा वोट बीजेपी उम्मीदवार को मिले.इस लोकसभा क्षेत्र में ओबीसी वोटरों का दबदबा है। तकरीबन 50 फीसदी आबादी ओबीसी की है.
बिलासपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के प्रत्याशी अरूण साव हैं.आरएसएस की पृष्ठभूमि से आते हैं.छात्र और युवा राजनीति में सक्रिय रहे.पेशे से अधिवक्ता हैं.अरूण राव के पिता संघ परिवार से जुड़े रहे हैं संसदीय क्षेत्र में संघ की अच्छी पकड़ का लाभ उन्हें मिल सकता है.
तो वहीं कांग्रेस से अटल श्रीवास्तव को प्रत्याशी बनाया गया है.मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी और विधानसभा चुनाव में भी टिकट के दावेदार थे.लंबे अर्से से राजनीति में सक्रिय हैं.छात्र राजनीति से संघर्षशील नेता की छवि.मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी होने का भी मिलेगा फायदा.
बिलासपुर लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटों आती हैं. इनमें से दो अनूसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. जिनमें कोटा, तखतपुर, बेलतेरा, लोरमी, बिल्हा, मस्तूरी(एससी), मुंगेली(एससी) और बिलासपुर शामिल है. 1989 से इस क्षेत्र में बीजेपी का दबदबा रहा है. पिछले आठ में से 7 चुनाव (1991 के अलावा) बीजेपी के खाते में रहे हैं. बिलासपुर से बीजेपी के पुन्नूलाल मोहले ने लगातार चार बार जीत दर्ज की.ऐसे में कांग्रेस के लिए ये सीट जीतना एक चुनौती से कम नहीं है.