सतीश चांडक, सुकमा। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 के निर्माण में देरी और जर्जर रोड़ को लेकर कोंटा विधायक कवासी लखमा ने दोरनापाल में एन एच 30 पर धान पौधे रोपे इसके साथ ही विशाल रैली निकाली।
मंगलवार को दोरनापाल में कोंटा विधायक कवासी लखमा, जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन किया। सुबह करीब 11 बजे दोरनापाल पहुँचे। जहाँ उन्होंने नाका के पास रोड पर धान का रोपा किया। ठीक उसके बाद रैली के रूप में चौक पहुँचे और चक्काजाम किया।
ये है मांग
कोंटा विधायक कवासी लखमा ने कहा कि 2007 में केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग 30 के लिए पैसा राज्य को दिया है। 2009 से इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ जो आज पर्यन्त तक मात्र 23km मिसमा तक ही पूर्ण हो पाया। जिला मुख्यालय में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है इसलिए यहां के लोग तेलगांना, आंध्रप्रदेश जाते है। कोंटा से सुकमा आने वालों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। चंद घंटों का सफर तय करने में काफी वक्त लग जाता है। बारिश के दिनों में तो सड़क की हालत और खराब हो जाती है। इसके अलावा भी दोरनापाल से जगरगुंडा के बीच बन रही सड़क शुरुआत में ही उखड़ रही है। ठीक इसी तरह इंजरम से गोरखा के सड़क भी जर्जर हो रही है। वहीं पोलावरम बांध में जिले के कोंटा ब्लॉक के कही गांव डुबान में आएंगे। लेकिन सरकार इसकी कोई चिंता नही है। अभी तक सर्वे भी नही हुआ है। उन्होंने कहा कि इस बांध से दोरला जाति विलुप्त हो जाएगी। इस दौरान जिला अध्यक्ष करण देव, वेको हूँगा, दुर्गेश रॉय, प्रताप समरथ, राजेन्द्र वर्मा समेत काफी संख्या में कांग्रेसी मौजूद है।